Medical Mike Desk : आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल पटना के प्राचार्य Dr. S.N. Tiwari ने वर्ल्ड हार्ट डे पर मै अपने देशवाशीयों को यहिं संदेश दुंगा की आप सभी अपनी दिन चर्या, रात्री चर्या नियमित रुप से शास्त्र में जो उल्लेखित है असका पालन करें और खान पान का सम्यक अनुपालन करें। ताजा भोजन करें और बासी भोजन से बचें फ्रिज का खाना खाने से बचें । फास्ट फूड कोल्ड ड्रिंक यो जो भी इस प्रकार की हानिकारक पदार्थ है उसको लेने से बच्चें।
अधिक से अधिक मात्रा में हरे साग सब्जीयों का सेवन सलाद का सेवन गर्म दाल चावल सब्जी जो भी रुचीकर भोजन है उसका ताजा सेवन करें बीपी को कंट्रोल रखें, सुगर को कंट्रोल रखें प्राणायाम योगा एक्सरसाइज करें और अपने हार्ट को स्वस्थ रखें।
अभी के समय में जो भी ब्याधिया हो रहीं है वे सभी खान पान और रहन सहन के कारण हो रही है अगर रहन सहन लोगो का सुब्यवस्थित रहे तो बहुत कम बिमारीयां होगी जो लोगो के लिए काफी स्वास्थ्यवर्धक भी रहेगा । आज के समय में काफी नई नई बिमारीयां आ रहीं है लाइफस्टाइल की गड़बड़ी से खाने पिने की गड़बड़ी से हो रही है।
बहुत सारे लोग मांसिक बिमारीयों से ग्रसित है चाहे बच्चा हो जवान हो चाहे बृद्ध हो सब किसी ना किसी प्रकार से मांसिक बिमारीयों से ग्रसित है जिसका स्पस्ट कारण है मोबाइल, इंटरनेट, लैपटोप इसका उपयोग कम से कम किया जाये अधिक उपयोग करने से गर्दन कि बिमारी हो रही है पिठ की बिमारी हो रही है कमर की बिमारी हो रही है बच्चों की आंखों की रॉशनी जा रही है कम उम्र में हीं लोगों को चश्मा और लेंस लगाना पड़ जा रहा है। समय से अधिक उपयोग हीं दूरउपयोग है दूरउपयोग करने के से विभिन्न प्रकार कि बीमारीयां उत्पन हो रहा है।
तमाम बीमारीयों से बचाव के लिए हम यहीं कहना चाहेंगे की लोग स्वास्थ्यवर्धक भोजन करें सही समय पर जगें और आराम करें सही समय पर बिछावन पर जायें सोयें सुबह सुर्योदय से पहले उठें ब्यायाम करें योगा करें सुबह में टहलें हरे साग सब्जीयों का सेवन करें अधिक से अधिक मात्रा में फल का सेवन करें कोई बीमारी नही होगी।
हर्ट का इलाज आयुर्वेद में कितना संभव है
हर्ट की बीमारी बहुत जटिल बीमारी नही है अगर उसका समय पर उसका ध्यान रखा जाये तो बीमारी होगी हीं नहीं जो लोग इस पर ध्यान नही देते हैं और बीमारी का सही समय पर पता नही कर पाते हैं जिसके चलते ये बीमारी जटिल हो जाती है और लोगों के लिए परेशानी का कारण बनता है।
इसमें सबसे पहले ध्यान रखना है की गैस नही बने डाएट अछा लें और व्यायाम करें कसरत करें योगा करें प्रायाणाम करें प्राणायाम बहुत ही जरुरी है स्वस्थ हार्ट के लिए खास कर आज कल लोगों में ब्लोकेज की बीमारी हो रही है इसके लिए यदि हम प्राणायाम करते है तो ब्लॉकेज की जो समस्या है वो नही होगी। शरीर में बल्ड का फ्लॉ बना रहेगा ।
दूसरी बात आज कल बहुत देखा जा रहा है की बाथरुम में लोगों का डेथ हो जा रहा है मृत्यु हो जा रही है इसका क्या कारण है कभी इस पर किसी ने ध्यान नही दिया आप बाथरुम में जाते हैं और सीधे झरना खोल कर सीर पर पानी डालते हैं सीर पर पानी डालने से क्या होता है की आपका जो नर्वस शिस्टम है उसका कंट्रोलिंग पावर जो है वो तुरंत पैरालाइज हो जाता है पैरालाइज होने से पुरे शरीर का नर्वस शिस्टम काम करना बंद कर देता है और आप बेहोस हो जाते हैं और गीर जाते है और इस स्थिति में कितने लोगों की मौत भी हो जाती है।
इससे बचाव के लिए करना क्या चाहिए की नहाने के समय सबसे पहले पैर पर पानी डालना चाहिए कंधे पर पानी डालना चाहिए उसके बाद सीर पर पानी डालना चाहिए इससे क्या होगा की आपका पानी जिस जल से आप स्नान कर रहें है वो कितना ठंडा है पैर पर डालने से उसका सेंसेशन मस्तिश्क में जा कर के नर्वस शिस्टम को बता देता है की ये चीझ आने वाला है तो पुरा नर्वस शिस्टम सतर्क हो जाता है तब कोई भी इस प्रकार की घटना नही घटती है।
लेकिन बाथरुम में जाते हीं सीधे लोग झरना खोलते हैं और ठंडा पानी सीर पर डालते हैं जिसका दुष्परिणाम होता है की लोगों का सडेन डेथ हो जा रहा है बाथरुम में। बुजुर्गो को जान बुझ कर अकेला नही छोड़ें आज के समय में कोई ना कोई बात करने वाला रहे और उनके दुख दर्द को बांटने वाला रहे बुजुर्गों में ज्यादातर एकांकीपन के कारण भी मृत्यु हो रही है तो लोग उनके दुख दर्द को शाझा करें उनसे बात चीत करें उनका मन बहलाव करें। हार्ट अटैक आने का एक सबसे सबसे बड़ा कारण है लोगों का तनाव का में रहना इस लिए तनाव से बचें सही दिनचर्या का पालन करें योग प्राण्याम करें सही समय पर अपने हृदय का चेकअप करा कर आप अपने हर्ट को स्वस्थ्य रख सकते है और होने वाली बीमारीयों से भी खुद का बचाव कर सकते हैं।
Note – इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
सन्नी प्रियदर्शी की रिपोर्ट