अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान पटना के कार्यकारी निदेशक, प्रोफेसर (डॉ) गोपाल कृष्ण पाल ने 15 सितंबर 2023 को एम्स पटना में “फोर्टिफाइड चावल के बारे में जागरूकता” पर सीएमई सह सार्वजनिक स्वास्थ्य व्याख्यान का उद्घाटन किया।
इस सीएमई सह पब्लिक हेल्थ लेक्चर का आयोजन एसबीसीसी अभियान के तहत एम्स पटना के सामुदायिक एवं परिवार चिकित्सा विभाग द्वारा संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, बिहार सरकार के सहयोग से किया गया। कार्यक्रम में डब्ल्यूएफपी की उप देश निदेशक सुश्री नोजोमी हाशिमोतो और डब्ल्यूएफपी की पोषण और स्कूल फीडिंग यूनिट की प्रमुख डॉ. शारिका यूनुस खान ने भाग लिया।
प्रोफेसर (डॉ.) गोपाल कृष्ण पाल ने बिहार राज्य में विशेष रूप से गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं, पांच साल से कम उम्र के बच्चों और पुरानी बीमारी वाले लोगों जैसे उच्च जोखिम वाले समूहों में पोषण संबंधी कमियों के उच्च प्रसार को देखते हुए फूड फोर्टिफिकेशन की आवश्यकता पर जोर दिया।
सीएमई में व्याख्यान शामिल थे कि फोर्टिफिकेशन सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी को कैसे रोक सकता है, भारत में चावल की फोर्टिफिकेशन का अवलोकन, फोर्टिफाइड चावल के बारे में मिथ, एम्स पटना और डब्ल्यूएफपी के पोषण विशेषज्ञों से बिहार राज्य में चावल फोर्टिफिकेशन की स्थिति। इस कार्यक्रम ने एम्स पटना के अध्यापक, और छात्रों को चावल की फोर्टिफिकेशन के महत्वपूर्ण विषय और सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी से निपटने में इसकी भूमिका, जिसे आमतौर पर हिडन हंगर कहा जाता है, और सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए इसके निहितार्थ के बारे में जागरूक किया।