MEDICAL MIKE DESK: शहर के जाने माने फिजिसियन डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने Viral fever की बढती समस्या पर बात करते हुए कहा कि पटना शहर में Viral fever काफी तेजी से बढा है। जिसे कॉमन कोल्ड कॉमन फ्लू भी कहते है । यह एक इंफ्युवेंजा वायरस से होने वाली बुखार का प्रकार होता है।
सामान्यतः इस इस मैसम में ये वायरस एक्टिवेट हो जाते है। मौसम में इतने सारे बदलाव होते है जैसे कभी गर्मी तो कभी ठंडी के कारण ये वायरस और भी सक्रिय हो जाते है जिससे Viral fever का प्रसार पहले की अपेक्षा और भी तेज गति से होने लगता है जिसके कारण ज्यादा से ज्यादा लोगों में Viral fever होने की समस्या होती है ।
Viral fever के लक्षण
वायरल बुखार से पिड़ित ब्यक्ति में तेज बुखार के साथ-साथ सर्दी होती है, नाक जाम होती है, नाक से पानी गिरता है, आंखों से पानी आती है, आंखो में सुजन, खुजली जैसी समस्या हो सकती है। इसके साथ-साथ खासी भी होती है। और भूख कम लगता है, और कमजोरी बहुत लगने लगती है । ये सभी Viral fever के लक्षण होते है।
Viral fever में बरते जाने वाली सावधानी
चूकी ये बिमारी एक ब्यक्ति से दूसरे ब्यक्ति में बड़ी तेजी से फैलती है। ये छिंक के द्वारा खांसी के द्वारा सिक्रेसन के द्वारा एक से दूसरे में फैलती है तो जिनको भी ये लक्षण है उनको सावधानी ये रखनी है की उन्हे आइसोलेशन में जाना है। यदि बच्चों मे इसके लक्षण है तो उन्हे स्कूल ना भेजे क्योंकि स्कूल के दूसरे बच्चों को भी खासी के द्वारा छींक के द्वारा ये इंफेक्शन फैल जायेगा।
जिनको भी इस प्रकार की समस्या है उनको मौल, सीनेमा, बाजार भीड़ भाड़ वाले इलाके में जाने से बचना चाहिए ताकी एक दूसरे से ये दूसरे में ना फैल जाए। और जिनको भी ये बीमारी है वो अपना डॉक्टर से इलाज कराये ताकी वह स्वस्थ रहें।
बच्चे और किसी गंभीर बीमारी से पिड़ित ब्यक्ति को खास तौर पर इस बिमारी से बचाव के लिए सावधानी बरतनी चाहिए । और फ्लू वायरस का जो टीका आता है उसको लेकर इस बीमारी से बचाव करना चाहिए ।
वचाव के उपाय
यदि ये बिमारी आपको बहुत ज्यादा परेशान कर रही है तो आपको किसी अच्छे चिकित्सक से मिलकर अपना इलाज कराना चाहिए।
Note – इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
सन्नी प्रियदर्शी की रिपोर्ट