Small Scale पर Dairy Business कैसे बढ़ा सकतें है Income… Dr. Rashmi Kumari

MEDICAL MIKE DESK: संजय गांधी डेयरी संस्थान पटना की Dairy Engineering dept.  की Assistant Professor Dr. Rashmi Kumari ने छोटे स्तर पर किसानों द्वारा डेयरी ब्यवसाय करने पर बात करते हुए कहा कि छोटे किसान जो दुध को निकाल कर मार्केट मे 30- 35 रुपये में बेंच देते है, वहीं किसान अगर अपने दूध का अलग अलग उत्पात बनाकर बेंचे, या फिर अपने यहा मिल्क सेंटर खोल ले या फिर चीलिंग सेंटर खोलले तो किसान भाई अपने छोटे से डेयरी उत्पाद से ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमा सकते है। और किसान भाईयों को जितना दूध से मुनाफा होना चाहिए उससे कहीं ज्यादा मुनाफा कमा पायेंगे।

दूध का अलग अलग उत्पाद

दूध का अलग अलग उत्पाद बनाकर जैसे दूध से दही बनाकर, दूध से पनीर बनाकर, दूध से भिन्न- भिन्न प्रकार की मिठाई बनाकर हम अपने ब्यसाय को बड़ा कर सकते है । साथ ही अपने आर्थिक स्थिति को भी मजबुत कर सकते है ।

पनीर बनाने के लिए आपको एक छोटा सा पनीर मेकिंग मशीन चाहिए यदि आप कम क्षमता की मशीन लेते है तो इसका खर्च आपको 50 से 60 हजार के करीब आयेगा जिसके फायदे किसान भाईयो को ये होगा की जो पनीर बनाने की पारंपरिक बिधि है उस विधि से पनीर बनाने मे ज्यादा समय लगता है वहीं जब किसान भाई मशीन के द्वारा पनीर बनायेंगे तो समय भी कम लगेगा और पनीर का  प्रोडक्शन भी ज्यादा होगा जिससे किसान भाईयो को अपने छोटे से ब्यवसाय से ज्यादा से ज्यादा मुनाफा हा पायेगा ।

उसी प्रकार आप दूध से खोवा बना सकते है जिसके लिए Continuous खोवा मशीन है जिसके द्वारा आप आसानी  से घर पर खोवा बना सकते है । घर पर जब आप बिना मशीन के सहायता से खोवा बनाते है तो एक तो समय भी ज्यादा लगता है दूसरा इंधन भी ज्यादा खर्च होता है। लेकिन ये जो खोवा बनाने की मशीन है इससे बहुत ही कम समय मे आप बहुत ज्यादा दूध को खोवा में परिवर्तित कर अपने उत्पाद को बाजार में बेंच सकते है ।

इसके साथ हीं आप मशीन द्वारा विभिन्न तरह की मिठाईया खोवा पेड़ा, गुलाब जामुन जैसे उत्पाद बाजार मे बेचकर आप अधिक मुनाफा कमा सकते है जो की दूध बेचने से उतना मुनाफा नहीं मिलेगा।

Chilling Machine की उपयोगिता और इस पर आने वाले खर्च

Chilling Machine यदि कोई किसान भाई 100 लीटर का लेते है तो 80-90 हजार से मशीन का दाम शुरु हो जाता है । मिल्क चीलर में क्या है की गाय का दूध जो तुरंत आप दोहन कर के लाते है तो दो घंटे बाद हीं उसमें जिवाणु पनपना शुरु कर देते है । तो हमको जरुरी होता है कि दूध को ठंडा कर के दृध को जिवाणुओं से शुरक्षित रखे जिवाणुओं को दूध में ना फैलने दे। चीलर का जो काम होता है वो मुख्य रुप से यह होता है की दूध में जिवाणुओं को पनपने से रोकना जिवाणुओं के फैलाव को दबा देना । चीलर मशीन में 6-7 घंटे तक हम दूध को गुणवता के सात रख सकते है । और फिर हम अपने दूध को बड़े डेयरी को भेज सकते है । और किसान छोटे स्तर पर ब्यवसाय कर अत्यधिक मुनाफा कमा सकते है।

मिलक चीलर के अलावा मिल्क को स्टोर करने के लिए स्टोरेज टैंक ले सकते है जोकि स्टेनलेस स्टील का बना होता है । इसके अलावा दूध स्टोर करने के लिए रेफरिजरेटर भैन भी मार्केट में उपल्बध है जिसको आप आसानी से ले सकते है । ये सभी सामान मार्केट मे आसानी से उपल्बध है।

छोटे स्तर पर डेयरी ब्यवसाय में कोइ अनुमानित खर्च नही है आप एक या दो गाय, भैस के साथ डेयरी ब्यवसाय कर सकते है।

Note – इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

सन्नी प्रियदर्शी की रिपोर्ट

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