MEDICAL MIKE DESK: शहर के जाने माने शिशु रोग विशेषज्ञ Dr. Binay Ranjan ने कहा कि जैसे की आजकल बच्चों और बड़ो में भी दिख रही है जिसको हम लोग बोलते है आई फ्लू । आई फ्लू अभी अपने प्रकोप पे है। पहले हमलोग जानेंगे की आई फ्लू होता क्या है ?
आई फ्लू क्या होता है
आई फ्लू को साधारण भाषा में पिंक आई और एग आई के नाम से जाना जाता है । जिसे हम हिंदी के भाषा में आँख ऑना भी बोलते हैं। इसके लक्षण में आँखों में लालीपन भी आ जाता है आँख पिंक हो जाता है। बच्चे के आँख में खुजली होने लगती है बार-बार उसे छुने का मन करता है। कभी-कभी डिसचार्ज आँखों से होने लगता है ।
आई फ्लू होने के कारण
यह तीन तरह के कारणों से होता है। कभी-कभी ये बैक्टेरियल, वायरल और एलर्जी के कारण भी होती है। बच्चों में यदि इस बिमारी की बात करें तो जादातर ये बैक्टेरियल के कारण होते है । क्या होता है की बच्चे के आँख में लालीपन हो जाएगी यह एक से सात दिनो तक रहती है जिसमें बच्चे को कॉफी खुजली करने की मन होती है।
ऐसी स्थिति में डॉक्टर के सलाह
ऐसे स्थिति में पैरेंटस अपने बच्चे के हाथों को सॉफ रखें खुजली नही करने दे । गंदे हाथों से नही छुने दे क्योकि यह बहुत सेंसेटीव होता है और जल्दी फैलने वाला होता है । कई कॉमन जगहो को हम छु रहें हैं और फीर हम अपनी आँखों को छू लेंगे तो आंखों मे इंफेक्सन जाने का खतरा रहता है। और यह एक ब्यक्ति से दूसरे ब्यक्ति में तेजी से फैलता है। ऐसे में किसी बच्चे को आइ फ्लू है तो हमारा सलाह होता है स्कूल नही भेजे । क्योकि ये एक बच्चे से दूसरे बच्चे में आसानी से फैल जाता है ।
बचाव के उपाय
आई फ्लू से बचने के लिए हाथ को बार-बार धोते रहे, आंखों को कम से कम छुए, दुसरे के रुमाल तौलीया को उपयोग में न लाए । अगर किसी को आई फ्लू हो जाता है आंख लाल हो जाता है तो उसको ठंडे पानी से सेके आंखों को टच करने से बचें जरुरत पड़ने पर आइ ड्रॉप का उपयोग कर आंख को समय से ठीक कर सकते है।
Note – इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
सन्नी प्रियदर्शी की रिपोर्ट