MEDICAL MIKE DESK: शहर के जाने माने होमियोपैथिक चिकित्सक Dr. S. Chandra ने Medical Mike से बात करते हुए बताते है कि इरेक्टाइल डिसफंक्शन कोइ भी पुरुष अगर सेक्स ऑर्गन को इरेक्ट करने में असमर्थ हो जाता है तो इसे हम इरेक्टाइल डिसफंक्शन कहते है । इरेक्टाइट डिसफंक्शन कोई बहुत बड़ी समस्या नही होती है । ये इरेक्शन निर्भर करता है Nervous System से ही क्योकि जो हमारे ऑर्गन है जिसे हम लिंग (पेनिस) कहते है ।
लिंग का टाइट होना क्या होता है
लिंग का टाइट होना क्या होता है इसको पहले समझा देता हूँ । लिंग जो होता है वो स्पंजी टिसू का बना होता है । ऐसा टिसू जो समय पर टाइट भी होता है और लुज भी होता है । टाइट क्यो होता है इसका एक ही रिजन होता है की वहां का बल्ड फ्लॉ बढ जाता है जब आटरी से जब स्पंजी टिसू ऑर्गन मिलने लगता है तब लिंग टाइट होना शुरु हो जाता है ।
लिंग ढिला कब होता है
जब लिंग से सीमेन बाहर निकल जाता है तब सप्लाई बल्ड की कम हो जाति है और बल्ड जो है भेन के द्वारा वापस सर्कुलेशन के लिए चला जाता है और लिंग ढिला पड़ जाता है । जब बल्ड का फ्लॉ लिंग मे बढ जाता है तो पेनिस टाइट हो जाता है और जब पेनिस मे बल्ड का फ्लॉ कम होता है तब लिंग ढिला हो जाता है या सिकुड़ जाता है ।
लिंग में तनाव का एक संबंध ब्रेन से भी होता है
कभी कभी इंसान सेक्स के बारे में सिर्फ सोचने लगता है तो लिंग इरेक्ट होने लगता है हमारे ऑर्गन पेनिस के इरेक्सन का एक रिलेशन हमारे ब्रेन से भी है सोच से भी है तो थिंकिंग की जहां पर बात आगई तो इसका रिलेशन ब्रन से हो गया ।
नेचुल सी बात है यदी किसी चीझ का इस्तेमाल जादा करने से उसकी एबिलिटी कम जाती है या फिर दिमागी तौर पर हम सही नही होंगे वहां से कंट्रोल नही कर पायेंगे तब भी इरेक्शन मे कमी होने लगेगा । हमारे पास जादातर जो केसेज आती है उसमें जादातर प्रोब्लेम यहीं होती है या तो उस पेसेंट को इक्छा नही होती है इच्छा में कमी हो गई तो नेचुरल सी बात है इच्छा में कमी हो गई तो क्षमता में भी कमी हो गई । ये एक कमी हो गई क्षमता में डिजायर की कमी कई बार ऐसा हो जाती है की सेक्स के लिए सही इनवायरमेंट नही मिल पाती है तो दिमाग एक टेंशन बना रहता है । फिर दिमाग की बात आ गई फिर टेंशन की बात आ गई ये या कभी कभी पार्टनर ही सपोर्टीव नही मिला तो ये समस्या हो गई इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की ।
सेक्स के लिए इच्छा और क्षमता में अंतर
कुछ पेसेंट ऐसे होते है जिसमें इच्छा तो है पर जब सेक्स करने जाते है तो ऑर्गन सपोर्ट नही कर पाता इसका अर्थ यह है कि लिंग में इरेक्शन नही हो पता । तो ऐसी समस्याओं का होमियोपैथी मे दवा द्वारा इलाज किया जा सकता है । उसके लिए मै बताउंगा की कौन सी दवा है जिसको लेकर हम अपनी क्षमता को आगे बढा सकते हैं।
इरेक्टाइल डिसफंक्शन का होमियोपैथिक दवा द्वारा उपचार
उपचार के लिए तीन चार दवाईया होमियोपैथि मे अच्छी है लेकिन इन दवाओं का प्रयोग लक्षण जानकर और डॉक्टर से सलाह लेकर हीं करें-
1 ऑर्गन छोटा हो गया चाहे उसके कारण मास्टरबेशन हो बल्ड सप्लाई की कमी हो या कुछ और हो ऐसे कंडिसन में होमियोपैथी में एक दवा है जिसका नाम है एगनस कैस्टस । एगनस कैस्टस मदर टिंचर को आठ बुंद एक कप पानी में तीन महिने ले फिर आप खुद देखेंगे की आपके ऑर्गन में क्या बदलाव आते है।
2 अगर इच्छा में भी कमी है और छमता में भी कमी है इस स्थिति में दुसरा दवा का नाम है डामियाना मदर टिंचर ये 8 बुंद सुबह और 8 बुंद रात सुबह शाम तीन महिने तक ले फिर असर देखें ।
3 एक समस्या यह है कि इच्छा बहुत है और क्षमता नही है इसकी एक बहुत ही अच्छी दवा है जिसका नाम है सेलेनियम 200 पोटेंसी की दवा रोज सुबह चार बुंद तीन चार महिने ले ।
4 अब बात करते है ओल्ड एज की कभी कभी कुछ पेसेंट आते है और कहते है मेरी उम्र 50 साल है मेरा लिंग खड़ा नही होता हमारे इच्छा में भी कमी आ गई है और क्षमता भी नही रहा । वैसे लोग जिनकी उम्र पचास साल या उससे अधिक है उनके लिए लाइकोपोडियम 200 पोटेंसी की दवा रोज सुबह चार बुंद तीन चार महिने तक ले और देखे क्या अंतर पड़ता है ।
Note – इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
सन्नी प्रियदर्शी की रिपोर्ट