जाने लोगों में नशे की आदत क्यों नहीं छुटती है…Dr. Sachidanand Singh

MEDICAL MIKE DESK:लोगों में नशे के प्रकार और उसके उपचार पर बात पर करते हुए Dr. Sachidanand Singh ने कहां कि लोग अपने जीवन में कई प्रकार का नशा करते है जिसमें बिड़ी खैनी सिगरेट गुटखा ये सब एक श्रेणी में आता है जिसे हम निकोटिन एडिक्सन के रुप मे जानते है।  उसके बाद है गांजा या भांग जिसके बाद एक कैटोगरी है जिसमें लोग सौल्वेंट लेते हैं जो आपने बच्चों को अक्सर देखा होगा पौलीथीन में डालकर सुंघते रहते हैं। एक और नशा है जो आज कल काफी तेजी से बढ रहा है वो है स्मैक या ब्राउन सुगर इससे हमारे युवा काफी प्रभावित हो रहे हैं । इसके अलावा शराब चुकी बिहार में तो शराबबंदी है लेकिन कुछ मामले दिख जाते है बिहार के हिं कुछ लोग बाहर के राज्य मे रहते है और बिहार लौटने पर कहते है की वो नशे के शिकार है उन्हे नसे की आदत है। इसके अलावा कुछ और भी है जैसे कोकिन है तो ये सब बिहार में काफी देखने को मिलता है।

युवाओं में नशे की लत बढने के कारण क्या है

युवा जब पन्द्रह सोलह साल के होते है तो उनमें एक्सपेरिमेंट करने की आदत के साथ कुछ नया करने की चाहत होती है। जैसे हीं वों कुछ नया देखते है उन्हे करने की चाहत होती है । जैसे हीं वो दोस्तो के दबाव में आते हैं जिसे हम पेयर प्रेसर कहते है । दोस्तो के दबाव में आने के चलते वो एक बार एक्सपेरिमेंट करते हैं । यहा उन्हे थोड़ा सा आदत लगता है फिर उन्हे फिर वो दोस्तो के दबाव मे वो नशा दुबारा करते है तीबारा करते है और ऐसा कुछ बार-बार करने के बाद में एक प्रक्रिया चल पड़ती है जिसे हम रिवार्ड पाथवे बोलते है ब्रेन में एक पाथवे होता है जिसमे डोपामिन काफी मात्रा में रीलीज होता है और जैसे हीं डोपामाइन का मात्रा कम होता है आदमी सोचता है चलो फिर से नशा करते है। ऐसे बच्चे नशे में डुबते चले जाते है और नशे के शिकार हो जाते है ।

नशा करने के नुकशान

नशा करने के कई नुकशान है जैसे कैंसर की समस्या दिल की बिमारी का होना हार्ट की समस्या के साथ लंग्स की भी समस्या हो सकती है ।

नशे की लत से कैसे छुटकारा पाया जा सकता है

सबसे पहले ये जानने की बात है की क्या हर नशा करने वाला व्यक्ति नशे का शिकार है जो इस तरह की चीझों का उपयोग कर रहा है क्या वह नशे के लत का शिकार है यदि कोइ सप्ताह में या दस दिनो में एक बार नशा करता है तो हम इसे आदत कह सकते है इसे नशे की बिमारी नही कह सकते । नशे की बिमारी तब है जब किसी व्यक्ती को नशा लेने की हमेशा तलब रहता है उसे नशा नही करने पर बेचैनी की समस्या हो और नशा किये बगैर उस व्यक्ति से रहा नही जाता लाख मना करने के बाद भी वह व्यक्ति नशा कर लेता है ।

यदि आपको लगता है लाख प्रयास के बाद भी आप नशे को नही छुड़ा पाते है तो आप किसी नशास मुक्ति केन्द्र पर जायें या फिर किसी अच्छे नीयूरोसाईकेट्रीस्ट से समपर्क कर सकते है जो आपको आपके आस पास के शहर में मिल जायेंगे । उनसे मिलकर उन्हे बताये की आप कितने दिन से नशा कर रहे है कितनी मात्रा में कर रहे है उसके बाद वो आपके सम्या को जान कर कुछ दवा देंगे इसके अलावा कुछ साइकोथेरेपी, कॉंन्सेलिंग भी होता है जिसके द्वारा नशा के आदत को छुड़ाया जा सकता है ।

Note – इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

सन्नी प्रियदर्शी की रिपोर्ट

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