MEDICAL MIKE DESK: पायरिया या पीरियोडोंटाइटिस मसूड़ों का गंभीर संक्रमण है, जो लोगों के बीच काफी सामान्य है। दुनियाभर में लगभग 90प्रतिशत लोग पायरिया से जूझ रहे हैं, लेकिन समस्या यह है कि लोगों को इसके इलाज की बहुत ज्यादा जानकारी नहीं है। डॉ. सुशिल कुमार सिंह के अनुसार,हमारे दांतों में बैक्टीरिया की कई प्रजातियां होती हैं। जब ये बैक्टीरिया धीरे-धीरे हमारे दांतों के आसपास जमना शुरू हो जाते हैं, तो जो खाना हम खाते हैं, उससे इन्हें न्यूट्रिशन मिलता है और ये हमारे दांतों के आसपास जमकर मसूड़े और जबड़े की हड्डी को नुकसान पहुंचाते हैं। धीरे-धीरे हड्डी गलना शुरू हो जाती है, इस समस्या को पायरिया कहते हैं।
समय रहते इस बीमारी पर ध्यान नहीं दिया गया , तो यह बढ़कर इतना फैल जाती है कि दांत हिलना शुरू हो जाते हैं। एक बार दांत निकल गए तो , इन्हें रिप्लेस कराना न केवल टाइम कंज्यूमिंग है, बल्कि बहुत मुश्किल भी है। डॉक्टर्स के अनुसार हड्डी और दातों के डैमेज को रोकने के लिए मौखिक स्वच्छता बनाए रखना जरूरी है।
पायरिया के लक्षण
- ब्रश करते समय मसूड़ों से खून आना
- सांसों से बदबू आना
- दांतों की स्थिति में बदलाव
- लाल, कोमल या सूजे हुए मसूड़े
- खाना चबाने में दांतों में दर्द होना
- आपके मुंह में खराब स्वाद आना
- दांतों में होती है झनझनाहट, तो जानें क्या खाएं और किन चीजों से बना लें हमेशा के लिए दूरी
पायरिया के कारण
स्वस्थ लोगों के मुंह में आमतौर पर सैकड़ों बैक्टीरिया होते हैं। उनमें से ज्यादातर नुकसान नहीं पहुंचाते। लेकिन जब आप अपने दांतों को ठीक से साफ नहीं करते, तो बैक्टीरिया बढ़कर आपके दांतों पर जमा हो जाते हैं। पायरिया का दूसरा कारण है ठीक से ब्रश न करना भी हैठीक से ब्रश न करने की वजह से आपके मुंह में बैक्टीरिया मल्टीप्लाई होते हैं और डेंटल प्लाक बनाते हैं। अगर आप ब्रश करके प्लाक नहीं हटाते हैं, तो बैक्टीरिया समय के साथ प्लाक के भीतर मिनरल्स जमा कर देते हैं। इस जमे हुए मिनरल को टैटार के रूप में जाना जाता है। दांत की जड़ से मसूड़ों का जुड़ाव टूट जाता है और मसूड़ों और जड़ के बीच एक गैप बनाजाता है।इसके अलावें कुछ और कारक भी है जो पायरिया को और गंभीर बनाते हैं। जैसे-धुम्रपान, जो कि पायरिया के सबसे गंभीर कारकों में से एक है।, खराब पोषण और विटामिन सी की कमी आदि ।
मसुड़ो को स्वस्थ रखने के टिप्स
- दिन में कम से कम एक बार फ्लॉस करें।
- नियमित रूप से दांतों की सफाई करवाएं।
- धूम्रपान छोड़ें।
- दिन में दो बार ब्रश करें।
- हमेशा सॉफ्ट ब्रिसलब्रश का इस्तेमाल करें।
पायरिया से बचाव और निदान
पायरिया से बचाव के लिए डॉक्टर आपको ब्रश करने के सही तरीके के बारे में बताएंगे, जो ओरल हाइजीन रखने में आपकी मदद करेगा।कुछ मामलों में डेंटिस्ट मसूडों को संक्रमण से बचाने के लिए एंटीबायोटिक लिख सकता है। एंटीबायोटिक एक माउथवॉश, जेल, ओरल टैबलेट या कैप्सूल के रूप में हो सकता है।यदि सूजन लगातार बनी रहे, जहां ब्रश नहीं पहुंच सकता, तो डॉक्टर मसूडों के नीचे जमाव को साफ करने के लिए फ्लैप सर्जरी के लिए कह सकता है। इसमें एनेस्थिशिया की मदद से आपके मसूड़े हटा दिए जाते हैं और दांतों की जड़े एकदम साफ हो जाती हैं। इसके बाद मसूडों को फिर से सिल दिया जाता। पायरिया को बढ़ने से रोका जा सकता है बशर्ते इसका समय पर इलाज कर लिया जाए।
Note :- इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
सन्नी प्रियदर्शी की रिपोर्ट