हेल्थ एंजायटी या इलनेस एंजायटी डिसऑडर क्या होता है.          Dr. Sachidanand Singh

एंजायटी (Medical Mike Desk: शहर के जाने माने न्यूरोसाइकेट्रिस्ट डॉक्टर सच्चिदानंद सिंह ने कहा कि हेल्थ Health Anxiety) एक ऑब्सेसिव और तर्करहित चिंता है। जिसमें व्यक्ति को लगता है कि उसे गंभीर बीमारी है। इसे इलनेश एंजायटी डिसऑर्डर और हायपोकोंड्रिया (Hypochondria) भी कहा जाता है। इस कंडिशन में व्यक्ति बीमारी के शारीरिक लक्षणों की कल्पना करने लगता है या सामान्य से बॉडी सेंसेशन को गंभीर बीमारी के लक्षण समझने लगता है। मेडिकल प्रोफेशन के विश्वास दिलाने के बाद भी उन्हें इस बात का यकीन नहीं होता कि उनको यह बीमारी नहीं है।

एंग्जाइटी क्या होता है ?                                                                                     

यह एक मानसिक रोग है, जिसमें रोगी को तेज़ बैचेनी के साथ नकारात्मक विचार, चिंता और डर का आभास होता है । जैसे, अचानक हाथ कांपना, पसीने आना आदि । अगर समय पर इसका सही इलाज न किया जाए तो यह बहुत खतरनाक हो सकता है और आगे चलकर रोगी अपना अहित भी कर सकता है ।

हेल्थ एंजायटी व्यक्ति की डेली लाइफ, करियर यहां तक कि रिलेशनशिप को भी प्रभावित करने लगती है। लोग अपनी इन भावनाओं को कंट्रोल नहीं कर पाते और उनका डर उन्हें एकदम सच लगता है। यह एक लंबे समय तक रहने वाली कंडिशन है जो गंभीर बन सकती है। यह उम्र के साथ बढ़ती है और तनाव के दौरान अधिक महसूस होती है।

हेल्थ एंजायटी होने के कारण

हेल्थ एंजायटी के सटीक कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन नीचे बताए जा रहे फैक्टर्स महत्वपूर्ण रोल निभा सकते हैं।

विश्वास

असहज या असामान्य शरीर संवेदनाओं की अनिश्चितता को सहन करने में व्यक्ति को मुश्किल हो सकती है। यह व्यक्ति को गलत व्याख्या करने के लिए प्रेरित कर सकता है कि शरीर की सभी संवेदनाएं गंभीर हैं, इसलिए आप इस बात की पुष्टि करने के लिए वे सबूत खोजते हैं कि उन्हें एक गंभीर बीमारी है।

परिवार

हेल्थ एंजायटीहोने का कारण पेरेंट्स का खुद की या बच्चों की हेल्थ के प्रति अत्यधिक चिंता करना भी हो सकता है।

हेल्थ एंजायटी के लक्षण

इलनेस एंजायटी डिसऑर्डर का सामना कर रहे लोगों को गंभीर रूप से बीमार होने का अविश्वनीय डर होता है। इस बीमारी को लेकर वे बहुत डरे हुए रहते हैं वह बदलती भी रहती है। कई बार हेल्द एंजायटी का सामना कर रहे लोगों को फिजिकल इलनेस डायग्नोस भी होती है, लेकिन इस डिसऑर्डर से प्रभावित व्यक्ति ऐसा सोचता है कि उसकी स्थिति कहीं अधिक गंभीर है। हेल्थ एंजायटी के लक्षणों में निम्न शामिल हो सकते हैं।

बीमार होने के डर से लोगों से मिलना बंद करना या भीड़ वाली जगहों पर ना जाना,लगातार बीमारी और इसके लक्षणों के बारे में सर्च करना, लक्षणों को बहुत बढ़ा चढ़ाकर देखना। जैसे कफ को लंग कैंसर से रिलेट करना, पर्सनल हेल्थ के बारे में बहुत अधिक चिंता करना, हार्ट रेट जैसे नॉर्मल बॉडी फंक्शन के लिए बहुत अधिक ऑबेस होना, दूसरे के साथ अपने लक्षणों और स्वास्थ को बहुत अधिक शेयर करना, बीमारी के लक्षणों को बार-बार चेक करना जैसे बार-बार ब्लड प्रेशर मापना या बॉडी टेम्प्रेचर चेक करना, अपने लक्षणों के बारे में करीबी लोगों से बार-बार आश्वासन लेना

उपचार

साइकोलॉजिक काउंसलिंग और कई बार दवाएं इस कंडिशन में मददगार हो सकती हैं। टॉक थेरिपी इलनेस एंजायटी डिसऑर्डर के लिए सहायक है। यदी समय रहते इस बिमारी का पता चल जाता है और समय पर डॉक्टर से उपचार कराया जाए तो यह बिमारी ठीक हो सकता है ।

Note :- इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

सन्नी प्रियदर्शी की रिपोर्ट

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