Medical Mike Desk : दुनियाभर में कैंसर के मामले हर साल बढ़ रहे हैं। गैर संक्रामक बीमारियों में कैंसर से सबसे ज्यादा मौतें होते है। दुनियाभर में होने वाली हर छठी मौत इसके कारण ही है। लोगों को कुछ राहत देने के लिए सरकार ने कैंसर समेत कई बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं के दाम 40 फीसदी तक घटा दिए हैं। इसके तहत जरूरी दवाओं की सूची में आने वाली 119 दवाओं की अधिकतम कीमत तय कर दी गई है। इससे कैंसर, फीवर और डायबिटीज समेत कई डिजीज की कीमत 40 प्रतिशत तक कम हो गई है।
एनपीपीए ने जिन दवाओं की कीमत कम की है। उनमें खून में यूरिक एसिड कम करने वाली दवा, मलेरिया की मेडिसिन, बुखार की दवा पैरासिटामोल भी शामिल हैं। इनके अलावा डायबिटीज, खून को पतला करने की दवा, कैंसर की स्पीड कम करने वाल सभी दवाओं के काम में कटौती की गई है।
हर साल बढ़ रहे हैं कैंसर के मामले
दुनियाभर में कैंसर के मामले हर साल बढ़ रहे हैं। भारत में भी प्रति वर्ष कैंसर के 13 लाख नए केस सामने आ रहे हैं। चिंता की बात यह है कि अब कम उम्र में भी लोग इस बीमारी का शिकार हो रहे हैं। 50 साल की उम्र से पहले ही ब्रेस्ट कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर और मुंह के कैंसर के मामले सामने आ रहे हैं। महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर और सर्वाइकल कैंसर के केस सबसे ज्यादा देखे जा रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि खानपान की गलत आदतें और खराब लाइफस्टाइल की वजह से इस बीमारी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। 25 से 40 साल की उम्र में भी काफी केस सामने आ रहे हैं।
डायबिटीज भी बन रही बड़ी समस्या
भारत में डायबिटीज की बीमारी भी एक महामारी का रुप लेती जा रही है। हर साल इस बीमारी के केस बढ़ रहे हैं। बच्चों में भी टाइप-2 डायबिटीज देखी जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि भारत में 2025 तक डायबिटीज के मरीजों में 12 फीसदी तक का इजाफा हो सकता है। फिलहाल देश में करीब 77 मिलियन लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं। इनमें से करीब 13 मिलियन 65 साल से कम उम्र के हैं। इनमें बच्चों की भी एक बड़ी संख्या है। ये बीमारी भी खराब लाइफस्टाइल और खानपान की गलत आदतों की वजह से बढ़ रही है।