World No Tobacco Day : विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर विस्तृत जानकारी दे रहे हैं शहर के जाने माने न्यूरोसाइकियाट्री Dr. Sachidanand Singh

Medical Mike Desk : विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर शहर के जाने माने न्यूरोसाइकियाट्री डॉक्टर सच्चिदानंद सिंह विस्तृत जानकारी दे रहे हैं। डॉक्टर सच्चिदानंद ने बताया कि विश्व तंबाकू निषेध दिवस (World No Tobacco Day) 7 अप्रैल 1987 को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा तय किया गया था। यह हर साल 31 मई को मनाया जाता है। इस दिन के माध्यम से तंबाकू के खतरों पर जागरूकता बढ़ाने, तंबाकू उत्पादन, प्रयोग और वितरण को नियंत्रित करने के लिए सरकारों, सार्वजनिक स्वास्थ्य निकायों और सामुदायिक संगठनों के बीच सहयोग और संयुक्त प्रयासों को प्रोत्साहित किया जाता है। तंबाकू का उपयोग धीरे-धीरे विश्व भर में स्वास्थ्य समस्याओं का प्रमुख कारण बन गया है। इसका सीधा संबंध कई गंभीर बीमारियों जैसे कि कैंसर, दिल की बीमारी, श्वसन तंत्र संबंधी रोग, धूम्रपान संबंधी रोगों और अन्य समस्याओं के साथ जुड़ा हुआ है।

तंबाकू में पाया जाने वाला जहरीला पदार्थ

फेफड़ों से सम्बंधित अधिकांश बीमारी केवल तंबाकू की वजह से होती है। क्योंकि इसमें निकोटीन के साथ-साथ अन्य 60 तरह के विषैले पाए जाते है। जो कि हमारे फेफड़ों की कोशिकाओं में आक्सीजन ग्रहण करने और कार्बन- डाई ऑक्साइड गैस को छोड़ने की क्षमता को कम कर देता है और ऐसा करने से कुछ समय बाद यह कैंसर जैसी गंभीर बीमारी में बदल जाता है। मनुष्य में रोग प्रतिरोधी क्षमता कम हो जाती है और अंत में व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है।

तंबाकू में निकोटीन की मात्रा अधिक होने से जब व्यक्ति इसका सेवन करना है, तो उसे अलग-सा ही आनंद महसूस होता है और बार-बार इस आनंद को लेने के लिए वह निरन्तर तंबाकू का सेवन करता है ऐसे में एक दिन उस व्यक्ति को इसकी लत लग जाती है। फिर तम्बाकू में पाया जाने वाला जहरीला पदार्थ धीरे-धीरे उसके पुरे शरीर में फैल जाता है और अनेक बीमारियों को जन्म दे देता है।

तंबाकू के सेवन से लोगों पर पड़ने वाले गंभीर प्रभाव

तंबाकू एक बेहद ही हानिकारक पदार्थ है। इसकी लत का शिकार पूरी दुनिया हो गई है। यह आने वाले भविष्य के लिए अच्छा नहीं है, तो आइये तंबाकू के हानिकारण प्रभावों के बारे में जानते है।

तंबाकू के अधिक सेवन से हर साल पूरी दुनिया में लाखों लोगों की मौत हो रही है। ऐसा माना जाता है, अधिक विषैले पदार्थों का सेवन करना विकलांग होने के मुख्य कारणों में से एक है, जिनमें तंबाकू भी एक अहम कारक है। भारत दुनिया का दूसरे नंबर पर तंबाकू का सबसे बड़ा उपभोक्ता और उत्पादन करने वाला देश है, इसी वजह से भारत में हर साल 5 लाख से अधिक मौत तंबाकू के सेवन से हो रही है। तंबाकू का बुरा प्रभाव केवल उसका उपयोग करने वाले व्यक्ति पर ही नहीं, बल्कि उसके पूरे परिवार पर पड़ता है।

विश्व तंबाकू निषेध दिवस थीम 2023 कि विशेषता

हर साल इस दिवस पर लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए नए-नए थीम को लाया जाता है। इस थीम का मुख्य उद्देश्य अलग-अलग तरीके से लोगों को तंबाकू का सेवन करने से बचाना और देश में बढ़ रही गंभीर बीमारियों को रोकना। इस साल 2023 की थीम का नाम (We need food, not tobacco) हमें भोजन की आवश्यकता है तंबाकू की नहीं। 2023 के अभियान का मुख्य उद्देश्य, किसान तंबाकू की खेती कर अच्छा मुनाफा कमाते है, लेकिन इसका दूसरे व्यक्ति पर कितना बुरा प्रभाव होगा ये नहीं जानते है। इसलिए उन्हें इस थीम के माध्यम से जागरूप करना और उन्हें रोकना पौष्टिक खेती करने के लिए सहयोग और प्रोत्साहन प्रदान करना ही इस Theme का उद्देश्य है।

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तंबाकू के उपयोग पर सरकार द्वारा रोकने के उपाय

सरकार ने तंबाकू के प्रचार-प्रसार पर रोक लगा देनी चाहिए। ऐसा करने से लोग इसकी तरफ आकर्षित नहीं होंगे और न ही इसका अधिक उपयोग करेंगे। तंबाकू बनाने वाले उद्योग और कारखानों को बंद कर देना चाहिए। यदि इन चीज़ों का उत्पादन नहीं होगा तो लोग इसका सेवन भी नहीं कर पाएंगे। सरकार द्वारा तंबाकू के सभी तरह के विज्ञापन पर रोक लगा देना ही सबसे अच्छा उपाय है। ताकि जिन लोगों को इसके बारें में जानकारी नहीं है वह इसका उपयोग नहीं करेंगे।

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