आज आप पढेंगे बिहार पशु विज्ञान विश्व विघालय के एसोसीएट प्रोफेसर (Department of Animal Nutrition)डॉ. संजय कुमार से कीगई हमारी खास बात-चीत पर आधारित महत्वपुर्ण लेख।
जिसमें आप जानेंगे – किसी भी पशु के लिए न्यूट्रिशन कितना जरुरी होता है और किसान भाईयों को अपने पशु को किस मात्रा में न्यूट्रिशन देना चाहिए।
डॉ. संजय कुमार:-किसान भाईयों पशुओं के खान-पान में जो सबसे जरूरी बातध्यान मे रखने वाली है वह यह है,कीपशुओं को किस मात्रा में खिलाना है। और उनके आहार प्रबंधन का कौन सा तरिका उपयोगी और स्वास्थय के लिए बेरतर सिद्ध होगा।क्योकि अलग -अलग पशुओं का आहार प्रबंधंन अलग-अलग होता है । पशुओं के अवस्था के अनुसार उनमें खाने की मात्रा भी अलग – अलग होती है जो पशु दूध देती है उनके खाने की मात्रा अलग होती है और जो पशु दूध नही देती है उनके खाने की मात्रा अलग होती है । इस प्रकार हम यह जान गये की पशुओं के अवस्था के अनुसार पशुओं का आहार प्रबंधन अलग होता है ।
अब हम जानेंगे पशुओं को दी जाने वाली खाने की मात्रा के बारे में :-
ड्राइ प्रिएड–इस अवस्था का तात्पर्य पशुओं की ऐसी अवस्था से है जिस समय पशु दूध नही देते है। ऐसे समय में किसान भाईयों आइये जानते हैड्राइ प्रियडमें पशुओं के खाने की मात्रा कैसी होनी चाहिये– तो किसान भाइयो सबसे पहले हम आपको बता दे कि एक गाय का औसत वजन 200 से 400 kg तक होता है।जो गाय दूध नही देती है उनके लिए सूखे और हरे चारे का अनुपात 50:50 फीसदी यानि बराबर होना चाहिए। जब पशु दूध के लिए तैयार हो रहा हो तो उसके संतुलित आहार में सूखा चारा, हरा चारा और दाना, खली, ओट मिलाकर देना जरूरी है। जिसमें सूखा चारा 6.5 किग्रा, हरा चारा करीब 30 किग्रा और दाना एक किग्रा हर रोज देना चाहिए। मिनीरल मिक्सचर 50g प्रति रोज देना चाहिए।
दुधारु पशुओं के लिए खाने की सही मात्रा –
जो गायें दूध देती है उनके खान पान का ध्यान रखना काफी आवश्यक होता है क्योकिं खान-पान से ही दुधारु पशुओं में दूध का निमर्माण होता है इस दौरान यदि आप अपने पशुओं को सही अनुपात में खाना नही देते हैं तो आपके पशु के कमजोर और बिमार पड़ने के चांसेज बढ जाते है । इस लिए आइये जानते है दुधारु पशुओं के लिए खाने की सही मात्रा क्या होनी चाहीए-
एक दुधारु गाय के लिए खाने की मात्रा –
एक दुधारु गाय के लिए न्यूट्रिशियन के साथ पौष्टिक आहार की जरूरत काफी होती हैयदि किसान भाईयों एक गाय 1 लीटर दूध देती है तो साधारण सा नीयम यह है की 1 लीटर दूध देने वाले गाय को हमे 2.5 किलो दाना अवश्य देना चाहिए । यदि आपकी गाय 10 लीटर दूध देती है तो उसे आपको 15 से 20 किलो हरा चारा देना है,5 से 7 किलो सूखा चारा और 5 किलो दाना देना है ।
चूकि दूध गाय के शरीर से आ रही है तो उसे मिनरल मिक्चर 100 ग्राम देना आवश्यक है । जेनरली गांवों में जो भी पशुपालक पशु रखते है वो अपने पशु को मिनरल मिक्सचर नही देते है इससे रिप्रोडक्टिव प्रोबलम उत्पन होते है जिसका सीधा असर गाय के बच्चे दानी पर पड़ता है । इस लिए पशुपालको को दुधारु पशुओं को 100 ग्राम मिक्चर प्रति दिन तो वही बिना दूध देने वाले पशुओं को 50 ग्राम मिनरल मिक्सचर प्रति दिन देनी चाहिये । जिससे आपकी गाय कभी बिमार नही पड़ेगी और आपको डा. के पास जाने की कभी जरुरत नही होगी ।
पशुओं के लिए संतुलित अहार(दाना) बनाने की विधि –
दाना बनाने का मतलब संतुलित दाना से है पशुपालको किसान भाईयों दाना बनाते समय हमें किन- किन बातों का ध्यान रखना आवश्यक होता है आइए जानते है – सबसे पहले आप जब भी दाना बनाये तो आपको यह ध्यान रखना है की दाना मिक्सचर होना चाहिए । यदि आप 100 किलो दाना बनाते है तो उसमें 40 किलो मक्का, 30 किलोराइस ब्रांड या विट ब्रांड, 20 किलो खल्ली, 7 किलो चन्ने का छिलका, 2 किलो मिनरल मिक्सचर और 1 किलो नमक मिलाना चाहिए। यदि आप ऐसा दाना बनाते है तो यह दाना संतुलित दाना कहलायेगा । जिससे आपके पशु को इनर्जी के साथ साथ सभी पोषक तत्व एवं न्यूट्रिशन की प्राप्ति होगी । और यदि इस प्रकार से दाना नही बनता है, तो पशुओं के बिमार पड़ने की संभावना बढ जाती है ।
चारा के उपलब्धता में कमी होने पर (साइलेज) का उपयोग करें –
बहुत से किसान भाईयों के सवाल रहते है की जिस सिजन मे चारे का अभाव रहता है उस समय क्या करें- तो किसान भाईयों हमे साइलेज (पशुओं का आचार) बनाने लिए मक्का, ज्वार व जई को को काट कर 2 घंटे तक सुखाना चाहिएजिससे नमी 65 से 70 % हो जाये फिर इन्हे 5 सेमी पर काट कर छेाटे-छोटे टुकड़े बना लेने चाहिए। जिससे चारों के सूखने की प्रक्रिया में तेजी आएगी और चारे में नमी केवल उतनी ही बचेगी जितने में भंडारण के दौरान फफूंदी का प्रकोप न के बराबरहो। यदि आपके पास साइलोपिट हो तो वहा साइलेज का भंडारण करे या फिर गढा खोदकर जिसमें ट्रेक्टर घुम सके ऐसे गढे में भी साइलेज का भंडारण कर सकते है ।मक्का आदि से साइलेज बनाते समय 1 किलो मिनरल मिक्सचर 1 % यूरिया 1% नमक प्रति क्विंटल चारे में मिला कर 40 से 45 दिन के लिए ढक कर छोड़ देंगे इस विधि सेसाइलेज बनाने से साइलेज में प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाएगी । और पशुओं को संतुलित आहार मिलने से श्वास्थय भी अच्छे रहेंगे और दुधारु पशुओं के दूध के उत्पादन में भी गिरीवट नही आएगी । इस प्रकारकिसान भाइयों चारे की कमी होने पर आप अपने पशुओ के लिए चारा की ब्यवस्था बारहों माह के लिए कर सकते हैं ।
Story by – Sunny priyadarshi