Medical Mike Desk : पूरी दुनिया लगभग साढ़े तीन साल से कोरोना वायरस महामारी को झेल रही है। इस महामारी ने पूरी दुनिया को न सिर्फ स्वास्थ्य पर असर डाला बल्कि आर्थिक रूप से भी काफी ज्यादा नुकसान पहुंचाया। दुनियाभर में कई करोड़ लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं और कितने लाख लोग लोगों की इसकी वजह से मौत हो चुकी है। जिसका सही डेटा अब तक नहीं मिल पाया है। वहीं दूसरी तरफ लोगों को इंतजार है कि यह बीमारी पूरी तरफ से कब खत्म होगी? इस सवाल का जवाब देते हुए हेल्थ ए्क्सपर्ट का कहना है कि कोरोना कभी पूरी तरह से खत्म नहीं होगी बल्कि यह कम ज्यादा हो सकती है। लेकिन यह अनुमान लगाना कि एकदम से खत्म हो जाए यह मुश्किल है।
कोरोना वायरस के खत्म होने पर डॉक्टरों का क्या कहना है?
‘भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद’ के डॉ. ने बताया कि कोरोना वायरस महामारी देश से पूरी तरह से खत्म नहीं हो सकता है। यह एक टाइम के बाद इंफ्लूएंजा की तरह हो सकता है यह पूरा मुमकिन है। एक टाइम के बाद यह अपने एंडेमिक स्टेज में पहुंच जाएगा लेकिन आप सोच रहे हैं कि यह खत्म हो जाएगा तो यह संभव नहीं है। उदाहरण के तौर पर समझे जैसे- इंफ्लूएंजा का प्रकोप हर साल कम या ज्यादा हो जाता है ठीक उसी तरह कोरोना वायरस के केसेस हर साल कम या ज्यादा आएंगे। एक समय था इंफ्लूएंजा एक बहुत बड़ी महामारी थी।लेकिन आज वह अपनी एंडेमिक स्टेज में है यानी वह आज भी आबादी के बीच कभी कम और कभी ज्यादा के रूप में है।
इंफ्लूएंजा की तरह की होगा कोविड का हाल
डॉक्टर के मुताबिक, एक बार वायरस एंडेमिक स्टेज में पहुंच जाता है तो फिर इसके लिए वार्षिक टीकाकरण जरूरी हो जाती है। कोविड-19 अब अपने एंडेमिक स्टेज में है। वह हर साल कम या ज्यादा के रूप में आएगा। कोविड के मामले में भी पूरी उम्मीद की जा रही है कि वह अपने एंडेमिक स्टेज में पहुंच गया है। लेकिन इस दौरान भी बुजुर्गों को हर साल फ्लू के शॉट लेने होंगे। जैसे इंफ्लूएंजा हर साल अपना प्रकोप फैलाता है। और फिर लोग हर साल फ्लू का शॉट लेते हैं। ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जैसे- जैसे इंफ्लूएंजा वायरस अपना रूप बदलता है। वैसे-वैसे फ्लू के वैक्सीन में बदलाव किए जाते हैं।
Note :- इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।