Medical Mike Desk : कैंसर बॉडी के किसी भी आर्गन में हो सकता है। कोशिकाओं की अनियत्रिंत ग्रोथ होने पर कैंसर विकसित होता है। यदि कैंसर की जानकारी जल्दी हो जाए तो इसका इलाज संभव है। लेकिन यदि लक्षण जल्दी नहीं दिखते हैं तो पेशेंट का क्योर होना मुश्किल होता है। ब्लैडर कैंसर भी महिला और पुरुषों में होने वाला एक कैंसर है। इस कैंसर में यूरिन पास करते समय कई लक्षण दिखते हैं। उन्हें इग्नोर नहीं करना चाहिए। जानने की कोशिश करेंगे कि ब्लैडर कैंसर के लक्षण क्या होते हैं।
क्या होता है ब्लैडर कैंसर?
पेट के निचले हिस्से में एक त्रिकोण के आकार का मांसपेशियों का बना अंग होता है। इसे ही मूत्राशय कहते हैं। यही पर यूरिन जमा होता है। मूत्राशय की दीवारें यूरिन को जब इकट्ठा करती है तो कुछ शिथिल होकर फैल जाती हैं। जैसे ही यूरिन पास कर दिया जाता है। वो सिकुड़कर चपटी हो जाती हैं। ब्लैडर कैंसर एक तरह की यूरोलॉजिकल मैलिग्नेंसी है। ये कैंसर मूत्राशय के अंदर मौजूद कोशिकाओं में शुरू होता है। इस तरह के कैंसर में अनियत्रिंत ग्रोथ देखने को मिलती है।
ब्लैडर कैंसर के 5 लक्षण
बॉडी की एक साइड में लोअर बैक पेन होना। इस दर्द का लगातार बने रहने पर डॉक्टर को दिखाने की जरूरत है। यूरिन में ब्लड आना, खून के थक्के बनना ब्लैडर कैंसर का एक इंपोर्टेंट लक्षण होता है। इसे इग्नोर नहीं करना चाहिए। यूरिन करते समय दर्द या जलन महसूस होना भी ब्लैंडर कैंसर होने का शाइन है। इसे भी अनदेखा न करें।
रात में बार बार यूरिन के लिए जाना। हालांकि यह लक्षण शुगर और किडनी पेशेंट में भी देखने को मिलता है। मगर ब्लैडर कैंसर वालों में भी ये लक्षण देखने को मिल सकता है। यूरिन करने की इच्छा करना, मगर यूरिन न कर पाना, आधा ही यूरिन न आना। इससे ब्लैडर पर अनावश्यक बोझ का बढ़ना। यदि ऐसे कोई लक्षण दिख रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।