करिश्माई है हाथी सेब… किडनी व डिप्रेशन सहित कई बीमारियों में मिल सकता है फायदा

Medical Mike Desk : सेब का सेवन तो आप सभी ने किया होगा। कश्मीरी सेब, लाल सेब,पीला सेब और भी बहुत तरह के सेब होते हैं जिससे सेहत को खूब फायदे मिलते हैं। लेकिन क्या आपने कभी हाथी सेब खाया है? दरअसल, हाथी सेब एक तरह का जंगली फल होता है जो कई देशों में पाया जाता है। भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका सहित अन्य देशों में भी इसकी पैदावार होती है। इसे डिलिनिया इंडिका या चल्टा के नाम से भी जाना जाता है।

माना जाता है कि ये फल जंगली हाथी के पसंदीदा फलों में से एक है यही वजह है कि इससे एलीफेंट एप्पल के नाम से जाना जाता है यह अन्य सेब की तरह नहीं होता। इसका ऊपरी परत काफी सख्त होता है। अंदर फल का गूदा ही खाने में इस्तेमाल किया जाता है। इसका स्वाद खट्टा मीठा भी होता है। लेकिन इसे कभी भी जंगली फल समझकर इग्नोर करने की कोशिश ना करें, क्योंकि ये सेहत के लिए रामबाण से कम नहीं है। इसमें कई तरह के विटामिंस, मिनरल्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स जैसे पोषक तत्व होते हैं।

डिप्रेशन में मददगार

हाथी सेब में टैनिन सैपोनिन और स्टेरोल जैसे फाइटोन्यूट्रिएंट्स मौजूद होते हैं, ये सभी तत्व तनाव और स्ट्रेस को दूर करने में मददगार होते हैं। ये केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को नॉर्मल रखने में मदद करता है, मूड बूस्टर के तरह काम करता है। इससे याददाश्त में भी सुधार होता है और ये डिप्रेशन के लक्षणों को भी कम करता है।

आंखों के लिए फायदेमंद

हाथी फल विटामिन ए और कैरोटीनॉयड एंटी ऑक्सिडेंट से भरपूर होता है। ये आंखों की रौशनी के लिए बहुत ही प्रभावी है। ये पोषक तत्व ऑप्टिक टीशूज के विकास को बढ़ावा देने और देखने की क्षमता बढ़ाने के लिए लेंस और रेटिना को मजबूत करने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो ग्लूकोमा, मोतियाबिंद और उम्र से संबंधित आंखों के रोग से बचाए रखने में कारगर है।

किडनी के कामकाज को बेहतर करे

हाथी सेब में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं जो किडनी के कामकाज को ठीक बनाने में मदद करते हैं। हाथी सेब का सेवन करने से शरीर में जमा टॉक्सिंस को बाहर निकालने में मदद मिलती है। ये बॉडी को डिटॉक्स करने में काफी प्रभावी है, इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं।

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त्वचा के लिए फायदेमंद

हाथी फल में विटामिन सी विटामिन ई और फ्लेवोनॉयड और एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो कॉलेजन के उत्पादन को बढ़ावा देते हैं। इसकी मदद से समय से पहले स्किन पर बढ़ती उम्र के दिखने वाले प्रभाव से छुटकारा मिल सकता है। त्वचा के निखार को बनाए रखने में भी मदद करता है। ये फ्री रेडिकल से लड़ने में मदद करता है।

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