कुत्ता काटने के कितनी देर बाद लगवाना चाहिए इंजेक्शन, इन लक्षणों से पहचानें कुत्ते को रेबीज है या नहीं

Medical Mike Desk : रेबीज की खतरनाक और घातक बीमारी है जो कुत्तों के काटने से होती है। रेबीज का कोई स्थायी इलाज नहीं खोजा जा सका है। हालांकि, वैक्सीनेशन जैसे उपायों से इस बीमारी की रोकथाम की जा सकती है। रेबीज एक जानलेवा बीमारी होती है जो अधिकांश मामलों में रेबीज वाले कुत्ते के काटने के बाद होती है। कुत्तों और अन्य स्तनधारियों द्वारा काटने के बाद होता है। रेबीज का संक्रमण न्यूरोट्रोपिक लाइसिसिवर्स या रबडोवायरस नामक वायरस के कारण होती है। रेबीज का कोई स्थायी इलाज नहीं खोजा जा सका है। लेकिन, इस बीमारी की रोकथाम की जा सकती है। वैक्सीनेशन की मदद से रेबीज से सुरक्षित रहा जा सकता है लेकिन अगर किसी व्यक्ति ने टीका नहीं लगवाया है और उसे संक्रमण हो जाए तो ऐसी स्थिति में पीड़ित व्यक्ति का बच पाना मुश्किल हो जाता है। रेबीज की खतरनाक और घातक बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 28 सितंबर को वर्ल्ड रेबीज डे मनाया जाता है।

क्या रेबीज वाले कुत्ते के काटने के बाद बच सकता है पीड़ित व्यक्ति ?

कुत्ते आमतौर पर दो स्थितियों में इंसानों को काटते हैं। पहला जब कोई व्यक्ति किसी कुत्ते को छेड़ता है और जब कुत्ता काटता है तो आमतौर पर यह रेबीज का कारण नहीं बनता। वहीं, दूसरी स्थिति में जब कुत्ता बिना किसी कारण के काटता है तो ऐसे में रेबीज का खतरा बहुत अधिक बढ़ सकता है। दरअसल, रेबीज के कारण कुत्ता बदहवास-सा हो जाता है और ऐसे में यहां-वहां भटकता रहता है और सामने आने वाले लोगों को काट लेता है। इसीलिए, कुत्ता काटने के बाद लोगों को बहुत सावधानियां बरतने के जरूरत पड़ती है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, कुत्ते के काटने के बाद अगर व्यक्ति को रेबीज की बीमारी हो जाए तो उसकी जान जा सकती है।

कुत्ते में रेबीज के लक्षण

कुत्ता काटने के बाद अगर किसी व्यक्ति को रेबीज के खतरे को पहचानना हो या उसे यह समझना हो कि जिस कुत्ते ने उस व्यक्ति को काटा है उसे रेबीज है या नहीं, यह पता करने के लिए कुत्ते के व्यवहार पर ध्यान देना होगा। अगर कुत्ते में ये लक्षण दिखायी दें तो वह कुत्ता रेबीज से पीड़ित हो सकता है। जानकारों के अनुसार रेबीज वाले कुत्ते में ये सारे लक्षण 10 दिनों के भीतर दिखायी देते हैं। इसीलिए अगर कुत्ता द्वारा काटने के बाद के 10 दिनों में अगर कुत्ते में ये लक्षण ना दिखायी दें तो आप यह समझ सकते हैं कि उस कुत्ते को रेबीज नहीं हुआ है। हालाकि, दोनों ही स्थितियों में डॉक्टर से तुरंत सम्पर्क करना जरूरी है।

इंसानों में रेबीज के लक्षण क्या हैं?

आमतौर पर इंसानों में रेबीज के शुरूआती लक्षण वायरल फ्लू के लक्षणों की तरह होते हैं। जिसमें आपको इस तरह की समस्याएं हो सकती हैं। कमजोरी, थकान, बेचैनी, बुखार, सिरदर्द, डॉग बाइट वाली जगह पर चुभन या सेंसेशन महसूस करना।

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कुत्ते के काटने के बाद घरेलू उपचार के लिए क्या करना चाहिए?

दर्द और ब्लीडिंग से आराम दिलाने के लिए जिस जगह पर कुत्ते ने काटा हो वहां शहद और प्याज का पेस्ट मिलाकर लगाएं। घाव वाली जगह की साबुन-पानी या हल्दी वाले पानी से सफाई करें। कुत्ते ने जहां काटा हो, उस हिस्से पर पीस प्याज में शहद डालकर लगाएं। शहद में एंटी बैक्टिरियल गुण होते हैं। इससे जहर का असर कम होगा और संक्रमण फैलने का खतरा कम रहता है। डॉग बाइट वाले स्थान पर जीरा और काली मिर्च का लेप कर सकते हैं।

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