परिवार नियोजन सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ्य केंद्रों पर चलेगा विशेष अभियान
  • दो चरणों में संचालित हो रहा मिशन परिवार विकास पखवाड़ा
  • पखवाड़े में लोगों को परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी सुविधा का दिया जाएगा लाभ
  • जनसंख्या स्थिरीकरण को बढ़ावा देना उद्देश्य

पूर्णिया

जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में 12 से 24 फरवरी के बीच परिवार विकास अभियान संचालित किया जा रहा है। इस अभियान के द्वारा योग्य दंपतियों को परिवार नियोजन के महत्व की जानकारी देते हुए इच्छुक लोगों अस्पताल द्वारा सुविधाओं का लाभ उपलब्ध कराया जा रहा है। दो चरणों में संचालित अभियान के प्रथम चरण के द्वारा लोगों को परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी सुविधाओं के लिए जागरूक किया गया है। 12 फरवरी से शुरू हो रहे अभियान के दूसरे चरण में इच्छुक लोगों को आवश्यक सुविधाओं का लाभ दिया जा रहा है। अभियान के क्रम में शादी के कम से कम दो साल बाद पहला बच्चा, दो बच्चों के बीच तीन साल का अंतराल व प्रसव के उपरांत नियोजन के स्थायी व अस्थायी साधनों को अपनाने के लिये लोगों को प्रेरित व प्रोत्साहित किया जा रहा है।

दो चरणों में संचालित हो रहा मिशन परिवार विकास पखवाड़ा :

डीएमएनई आलोक कुमार ने बताया कि जिले में परिवार विकास अभियान दो चरणों में संचालित हो रहा है। इसका पहला चरण 05 से 11 फरवरी के बीच दंपत्ति संपर्क सप्ताह के रूप में आयोजित किया गया। इसमें संबंधित क्षेत्र की आशा सहित संबंधित अन्य विभागीय कर्मियों की मदद से योग्य दंपितियों को चिह्नित करते हुए उन्हें छोटे परिवार नियोजन के महत्व, उपयोगिता व नियोजन के स्थायी व अस्थायी साधनों की जानकारी देते हुए इसे अपनाने के लिये उन्हें प्रेरित किया गया। वहीं 12 से 24 फरवरी के बीच परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा संचालित किया जा रहा है। इसके तहत इच्छुक व योग्य दंपतियों को नियोजन लिए चिन्हित स्थायी या अस्थायी सुविधा का लाभ उपलब्ध कराया जा रहा है।

पखवाड़े में लोगों को परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी सुविधा का दिया जा रहा लाभ :

जिला समुदायिक उत्प्रेरक (डीसीएम) संजय कुमार दिनकर ने बताया कि पखवाड़े के दौरान जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर विशेष रूप से इच्छुक दंपतियों को परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी सुविधा का लाभ दिया जा रहा है। स्थायी सुविधा के रूप में लोग महिला बंध्याकरण और पुरूष नसबंदी सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। अस्थायी सुविधा के रूप में लोग अस्पताल में कंडोम, आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली, साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया, गर्भनिरोधक सुई अंतरा, कॉपर टी आदि का लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पताल में परिवार नियोजन सुविधा का लाभ उठाने पर लोगों को आर्थिक सहायता की उपलब्ध कराई जाती है। अस्पताल में महिला बंध्याकरण करने पर लाभार्थी महिला को 2000 रुपया जबकि पुरूष नसबंदी कराने पर लाभार्थी पुरुषों को 3000 रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है।

जनसंख्या स्थिरीकरण को बढ़ावा देना उद्देश्य :

सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि परिवार नियोजन साधनों को बढ़ावा देना परिवार विकास अभियान का मुख्य उद्देश्य है। अभियान की सफलता को लेकर संबंधित स्वास्थ्य अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये गये हैं। अभियान के सफल संचालन को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा आईसीडीएस, समाज कल्याण विभाग, पंचायती राज विभाग, जीविका व टोला सेवकों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करते उनसे जरूरी सहयोग लिया जा रहा है। इससे ज्यादा से ज्यादा लोगों द्वारा परिवार नियोजन के लिए अस्पताल में उपलब्ध सुविधा का लाभ लिया जाएगा और यह जिले में जनसंख्या स्थिरीकरण संबंधी गतिविधियों को बढ़ावा मिलने में सहयोग करेगा।

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