पूर्णिया जीएमसीएच में मरीज की मौत के बाद से बवाल मचा है। परिजनों का आरोप है कि मृतक को सांस फूलने की शिकायत थी। इसी के बाद मरीज को इलाज के लिए शुक्रवार सुबह जीएमसीएच पूर्णिया में एडमिट कराया गया था। परिजनों का कहना है कि इमरजेंसी वार्ड के अटेंडेंट ने इलाज के नाम में उनसे 2100 रुपए ऐंठ। अनुभव की कमी के कारण मरीज को गलत इंजेक्शन दे दिया। जिससे मरीज की कुछ ही मिनट के भीतर मौत हो गई। वहीं मरीज की मौत के बाद से जीएमसीएच में हंगामेऔर अफरातफरी का माहौल है। एमरजेंसी वार्ड में चीख पुकार मची है।
वहीं हंगामे को देखते ही भारी संख्या में के. हाट थाने की पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है। परिजनों को शांत करने की कोशिशें जारी है। मृतक की पहचान के.नगर थाना क्षेत्र के वनभाग वार्ड 1 निवासी 65 वर्षीय मो हबीब के रूप में हुई है।
घटना की जानकारी देते हुए मृतक के दामाद मो मतीन और सारा खातून ने बताया कि बुजुर्ग मो हबीब को सांस फूलने की शिकायत के बाद जीएमसीएच में शुक्रवार सुबह करीब 8 बजे एडमिट कराया गया था। इसके बाद इलाज के नाम पर एमरजेंसी वार्ड में तैनात अटेंडेंट इलाज के नाम पर कल 1300 ऐंठ लिए और आज 800 लेने के बाद एक इंजेक्शन लगाया। ये इंजेक्शन देने के कुछ ही मिनटों के भीतर मरीज की मौत हो गई। जब वे अटेंडेंट को खेजने गए तो हंगामा और चीख पुकार की आवाज सुन एमरजेंसी वार्ड के अटेंडेंट फरार हो गए।
वहीं मरीज की मौत के बाद से जीएमसीएच में चीख पुकार मची है।
परिजन हंगामें पर उतारू हैं। एमरजेंसी वार्ड और कॉलेज परिसर में अफरातफरी मची है। परिजन अटेंडेंट की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं। वहीं हंगामे को देखते हुए भारी संख्या में के. हाट थाना की पुलिस
मौके पर पहुंची है। Medical Mike से बात करते हुए के.हाट थाना के एएसआई पंचम कुमार ने बताया कि परिजनों को शांत कराने की कोशिशें जारी है। इसे लेकर परिजनों से बातचीत की जा रही है।