शुरुआती दौर में कैंसर का पता चलने पर इलाज संभव

सागर कुमार (सीतामढ़ी)
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) सीतामढ़ी और नारायणा कैंसर सेंटर, पटना द्वारा शहर के एक होटल के सभागार में कैंसर के कारण व इलाज से संबंधित एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें प्रसिद्ध रक्त कैंसर रोग विशेषज्ञ डा.अभिषेक आनंद प्रिसिजन मेडिसिन द फ्यूचर आफ आन्कोलाजी, विषय पर चर्चा करते हुए कहा कि कैंसर के इलाज में प्रीसिजन थेरेपी या प्रीसिजन मेडिसिन कभी चर्चा का विषय थी, लेकिन यह अंतत: ओन्कोलोजी विज्ञान में हालिया प्रगति के साथ एक वास्तविकता बन रहा है जो कैंसर रोगी के लिए बहुत लाभप्रद है। सभी तरह के कैंसर के इलाज में प्रीसिजन थेरेपी काफी कारगर है। अगर शुरुआती दौर में कैंसर का पता चल जाए और इलाज शूरू कर दिया जाए तो इससे बचा जा सकता है। सही समय पर कैंसर की जांच और उपचार नहीं होने के कारण यह लाइलाज हो जाता है। इलाज की नई पद्धति टारगेटेड थेरैपी और इम्यूनो थेरैपी के माध्यम से अर्ली स्टेज और ऐडवांस स्टेज के मरीजों का इलाज किया जा रहा है जो काफ़ी कारगर साबित हो रहा है। अच्छी बात यह है कि अब इलाज पहले से ज्यादा सटीक, आसान और सस्ता हो गया है। इस समय कैंसर भारत में सार्वजनिक स्‍वास्‍थ्‍य के लिए एक बड़ी चिंता बनकर उभर रहा है, जहां हर साल लगभग 13 लाख नये मरीज कैंसर से पीड़ित पाए जाते हैं।


खाने पीने की आदतों के बारे में बताते हुए डा.आनंद ने कहा कि ताज़े फलों का सेवन करें और जंक फूड, डिब्बाबंद खाना, जेनिटकली मोडिफाईड फूड, कोल्ड ड्रिंक से परहेज करें। बताया कि तंबाकू या नशीली पदार्थों का सेवन, मोटापा, अन्हेल्थी लाइफ स्टाइल, आनुवांशिक, वर्तमान जीवन शैली तथा खाद्य कीटनाशक कार्वइड एजेंट का खाने की वस्तुओं में प्रयोग, प्रमुख के प्रमुख कारण हैं। डा. निर्मल गुप्ता ने कहा कि तंबाकू का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह कैंसर का सबसे बड़ा कारण है।
कार्यक्रम में डा. सीताराम प्रसाद सिंह, डा.शिव चरण झा, डा. श्याम किशोर शर्राफ , डा प्रतिमा आनंद, डा अंजु सिंह, डा. लता गुप्ता सहित कई डाक्टर उपस्थित थे। स्वागत भाषण आइएमए सीतामढ़ी के अध्यक्ष डा निर्मल गुप्ता और धन्यवाद प्रस्ताव आइएमए सीतामढ़ी के सचिव डा. संजय कुमार वर्मा द्वारा दिया गया ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *