MEDICAL MIKE DESK: शहर के जाने माने फिजिसियन Dr. Deewakar Tejasvi ने टायफायड (Typhoid) बुखार की समस्या पर बात करते हुए कहा कि Typhoid एक Bacterial Disease है जो खाने में गंदगी के कारण गंदा पानी पीने के कारण Typhoid का वैक्टेरीया आदमी के शरीर में में प्रवेश कर जाता है जिसके चलते Typhoid बुखार होती है। जब Typhoid की Bacterial भोजन के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है जिसके कारण आंत में सुजन हो जाती है।
आंत में सुजन के कारण भोजन पचने में समस्या उत्पन्न होती है, भुख की कमी होती है, पेट में दर्द होता है पखाना करने में परेशानीयां होती है। और अचानक फीवर होने से पेट में इतनी तेज दर्द होती है कि अगर इलाज समय पर नही हुआ और बढता गया Typhoid तो पेट के अंदर घाव हो जाती है और इससे पेसेंट की मृत्यु भी हो सकती है।
Typhoid से बचाव के उपाय
इससे बचाव के लिए आवस्यक है की आप शुध्द पानी का सेवन करें। पानी का श्रोत अगर अच्छा नही है तो पानी को उबाल कर ठंडा कर के पीना पियें । बाजार का खाना खाने से बचें , जहां पर गंदगी है मख्खी बैठ रही है वैसे खाने खाने से बचना चाहिए खुले बाजार के खाने पर गंदगी धूल, गर्दा मख्खी आसानी से बैठ जाते हैं ऐसे खाने खाने से बचें क्योंकि ऐसे खाने इंफेक्शन के शोर्स होतें है। और ऐसे में Typhoid हाने के चांसेज काफी बढ जातें हैं।
इससे बचाव के लिए बाजार में टीका भी उपलब्ध है जो लोग इंफेक्शन फैलने वाले एरिया में रहतें है उनलोगों को जरुर से Typhoid से बचाव के लिए टीकाकरण करा लेना चाहिए और अपना बचाव करना चाहिए।
अगर किसी को फीवर हो रही है पेट में दर्द हो रहा है पेट में बहुत तेज दर्द हो रहा है हाई फीवर आ रही है जीभ के उपर कोटिंग हो जा रही है फीवर 103 हुआ फीर 102 होता है 101 होता है ऐसे कर के एस्टेप बाई एस्टेप बढता या घटता जाता है तो इस अवस्था में अपने Typhoid का जांच करा लेनी चाहिए किसी चिकित्सिय देख रेख में पुरी तरह से जांच करानी चाहिए और यदि किसी चिकित्सक से पुरी तरह से ट्रिटमेंट करा रहें है तो अपने दवाईयों का पुरी कोर्स ले पुरी कोर्स लेने से Typhoid की समस्या ठिक हो जाता है।
Note- इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
सन्नी प्रियदर्शी की रिपोर्ट