डर-भय-चिंता को करें चुटकी में खत्म Dr. Rakesh kumar

MEDICAL MIKE DESK: Phobia और डर की बीमारी पर बात करते हुए शहर के जाने माने Neuropsychiatrist Dr. Rakesh kumar ने कहा कि फियर एक psychological term है जो की किसी भी condition में किसी से हो सकता है । जैसे की किसी को सांप से डर लगता है, किसी को जंगली जानवर से डर लगता है।, किसी को बिल्ली से डर लगता है। लेकिन डर अगर मन की गहराई में बैठ जाए, तो व्यक्ति के लिए समस्या खड़ी हो सकती है। तो डर अलग चीझ होता है और phobia अलग चीझ होता है।  

हर व्यक्ति को किसी न किसी चीज़ या बात से डर लगता है इस डर को ही Phobia कहते हैं। फोबिया का मतलब होता है certain situation को certain object से या फिर certain परिस्थिति को tolerate नही कर पाये जब तक की आंख से दिखलाई देते रहे या वो हट ना जाएं उसको फोबिया बोलते है।

फोबिया के लक्षण

फोबिया से पिड़ित ब्यक्ति में जो अचानक महशुस होती है वो है घबराहट होना, पशिना छुटने लगना यानी की जो तनाव वाली स्थिति होती है उसका दिखाई देने लगना । इसके अलावें दिल की धड़कन बढ़ना, सांस लेने में कठिनाई होना, मुंह सूखना, छाती में तेज दर्द होना भी फोबिया के लक्षण होते हैं।

फियर के लक्षण

मान लिजिए भूकंप आ जाए तो ये सिचुएशन रहेगा की हमलोग यहां से भागे तो यह है फियर । कही सिचुएसन ऐसा आ जाए की कहिं हमलोग वहां से नहीं निकल पाएं तो जो कंडिशन रहेगा तो लगता है की यहिं कंडिशन बाद में फोबिया का रुप ले लेता है ।

फोबिया से बचाव के उपाय

फोबिया से बचाव के लिए दो तरह के इलाज उपलब्ध हैं एक तो साइक्लोजिकल ट्रिटमेंट दूसरा मेडिकल ट्रिटमेंट। Psychological treatment में counseling के द्वारा imagine कर के काबू पाया जा सकता है। जो कि clinical psychologist लोग करते हैं ।

एक्युट फोबिया की समस्या में जैसे किसी को ट्रेवल करने जाना है और उसको उच्चाई से डर लगता है तो उस चीझ को कंट्रोल करने के लिए कुछ दवा दिया जाता है। जिससे की उस ब्यक्ति का घबराहट और बेचैनी कुछ देर के लिए रुक जाता है ।

फोबिया से उबरना आसान नहीं है, लेकिन Psychological treatment और मेडिकल treatment की सहायता से phobia और fear की समस्या पर काबू पाया जा सकता है।

Note – इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

सन्नी प्रियदर्शी की रिपोर्ट

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