परिवार नियोजन की सफलता के लिए स्वास्थ्य विभाग नव विवाहितों के बीच विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम और परामर्श दे रही है। इसमें नई पहल किट नव विवाहितों को काफी आकर्षित कर रही है। इस किट में बिंदी, तौलिया और श्रृंगार के सामान के साथ साथ निरोध, कौंटासेप्टिक गोली और गर्भ जांच किट भी दी जा रही है। इस किट को आशा के माध्यम से नव विवाहितों को दिया जा रहा है।
नवविवाहित जोड़ों में वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल 60279 नई पहल किट का वितरण किया गया है। इस संबंध में परिवार नियोजन के राज्य कार्यक्रम प्रबंधक डॉ ए.के. शाही ने बताया कि इस किट के माध्यम से नव विवाहितों में परिवार नियोजन के फायदों के बारे में बताया जाता है। इसके साथ ही सही समय एवं सही अंतराल पर गर्भधारण के फायदों के बारे में बताया जाता है। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से प्राप्त फीडबैक के अनुसार यह किट नवविवाहितों के बीच काफी पसंद किया जाता है।
सही समय में पहला बच्चा और दूसरे में अंतराल जरूरी
डॉ शाही ने कहा कि नई पहल किट का मकसद नवविवाहितों में परिवार नियोजन के प्रति जागरूक करने के साथ सही उम्र व अंतराल पर बच्चों को जन्म देने से भी है ताकि कम बच्चे एवं दो बच्चों के जन्म में सही अंतराल, स्वस्थ शिशु के साथ स्वस्थ मां समाज को मिल सके। राष्ट्रीय हेल्थ फैमिली सर्वे 5 के अनुसार राज्य में 15 से 19 वर्ष तक की 11 प्रतिशत महिलाएं पहले से ही एक बच्चे की मां होती हैं। वहीं राज्य में 17 वर्ष की आयु में 17 प्रतिशत तथा 18 की आयु में 37 प्रतिशत महिला मां बन जाती है। कम उम्र में मां बनने के साथ माताओं के स्वास्थ्य एवं शिशु के स्वास्थ्य पर कुप्रभाव बढ़ने की सम्भावना प्रबल होती है। डॉ शाही ने कहा कि इस वर्ष से जीविका को इस किट को बनाने हेतु आग्रह किया गया है।