कटे होठ – तालु का इलाज कराएं मुफ्त में…Dr. Veena Singh 

MEDIKAL MIKE DESK:  Dept of Burn & Plastic Surgery PATNA AIIMS की जानी मानी पलास्टिक सर्जन Dr. Veena singh ने बच्चों में जन्म से हीं कटे होंठ और कटे तालु की समस्या पर बात करते हुए बताया की इस बिमारी को इंग्लिश में Cleft Lip and Cleft Palate भी कहते है । ये दोनो समस्या बच्चों में एक साथ भी रह सकता है और अलग-अलग भी रह सकता है।

यह एक जन्मजात विकृति है अक्सर इसमे होता क्या है? चेहरें में हीं बहुत तरह की मांसपेशिया और तालु का जो पार्ट होता है वो आपस में जुड़ते नही है । इसके कारण से इस प्रकार की विकृति होती है । तो जेनरली यह देखा गया की जब माताएं गर्भावस्था में रहती हैं तो पहले 3 महिने में कुछ इस प्रकार की दवाईयों का सेवन करने जैसे मिर्गी के दवा लेने से विटामिन ए का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से या फिर उन्हे कोइ सांस की तकलिफ हो तो इस तरह के कॉनजाइटल एबनॉर्मलिटी होती है ।

कइ बार ये भी देखा गया है की गर्भवती महिला ने इस प्रकार के किसी भी दवा का इस्तेमाल नही किया फिर भी बच्चे में इस प्रकार की विकृति हो गई। तो ऐसे में कई बार परिवार में ये हिस्ट्री रहती है बच्चे के भाइ-बहन या माता पिता या उसके दादा दादी, मौसा-मौसी जो परिवार के अपने बल्ड रीलेसन वाले लोग जो होते है यदि उनमें से किसी एक में ये विकृति रहती है तो इस तरह की विकृति आने वाले बच्चे में भी हो सकती है ।

Cleft Lip and Cleft Palate के लक्षण

जन्म लेते हीं बच्चे का चेहरा बाकी नॉर्मल बच्चो से अलग दिखता है । क्योंकि होंठ पुरा कटा हुआ रहता है एक तरफ का भी कटा रह सकता है या फिर दोनों तरफ का भी कटा रह सकता है।

इस विकृति से बच्चों में होने वाली परेशानी

जो भी बच्चे Cleft Lip and Cleft Palate जैसे विकृति के शिकार है उन बच्चों को जन्म के बाद से ही मां का दूध (सक करने) पिने में परेशानी होती है । औप यदि तालू भी साथ में कटा हुआ रहता है तो कई बार बच्चे के नाक से दूध आ जाती है । जिन बच्चो का होंठ और तालू कटे होते है और वे जब बड़े होते है तब उन्हे बोलने में भी परेशानी होती है । कुछ शब्द हीं बोल पाते हैं नाक से आवाज आती है।

पोषण का प्रभाव

इस विकृति के होने में खान पान का कोइ विशेष फर्क तो नही पड़ता है लेकिन पहले लोग कहते थे की पपिता के सेवन से Cleft Lip and Cleft Palate की समस्या होती है । जब माताएं गर्भावस्था में रहती है तो शुरुआती के 3 महिनों में उन्हे ज्यादा काम या फीर भारी वजन नही उठाना चाहिए क्योंकि भारी वजन उठाने से पेट में पल रहे बच्चे को ऑक्सिजन की प्राप्ति नही हो पाती है जब की मां के गर्भ में बच्चे का निरंतर शारीरिक संरचना का काम चल रहा होता है और जब शरीर में ऑक्सिजन की कमी होती है तब उनके शरीर के कुछ भाग जुट नही पाते है जिसके कारण यह Cleft Lip and Cleft Palate विकृति हो जाती है।

Cleft Lip and Cleft Palate की समस्या होने पर डॉ. से कब दिखाना चाहिए

मै तो कहुंगी की जब बच्चे का जन्म हो और ऐसे लक्षण या विकृति डॉ. को दिखाई दे तो उन्हे उसी समय किसी पलास्टिक सर्जन के पास रेफर कर देना चाहिए। लेकिन यदि बच्चे का उम्र ज्यादा हो गई हो तो अपने बच्चे को डॉ. के पास तुरंत से तुरंत ले जाना चाहिए । आमतौर पर जो Cleft Lip की जो सर्जरी है वो ढाई से 3 महिने के बीच हो जानी चाहिए। उससे निशान अच्छा आता है उससे बच्चे को जो दूध पिने में जो तकलिफ हो रही थी वो भी खत्म हो जाती है और 2-3 माह का बच्चा इतना बड़ा हो जाता है की जो बेहोसी झेलना होता है उसके लिए भी वो तैयार हो जाता है ।

Cleft Palate की जो सर्जरी है वो 1-1.5 साल तक की जाती है क्योंकि इस समय बच्चे की आवाज डेभलप करने लगती है तो उस समय तक उसका तालू हमें औपरेट कर के जो दो भाग में रहता है उसको एक भाग में कर दिया जाता है।

पैरेंटस को सलाह

सभी पैरेंट को मेंरा सलाह है की यदि अपने बच्चे में या किसी पड़ोस के बच्चे में Cleft Lip and Cleft Palate जैसा लक्षण देखे तो सबसे पहले वो घबराए नहीं क्योंकि इसकी सर्जरी उपलब्ध है और सर्जरी से जो कामयाबी होती है वो बहुत है । सर्जरी के जितने भी स्टेजेज होते है उनको कम्पलिट कराना रहता है जिसके बाद बच्चा बिल्कुल नॉर्मल बच्चों की तरह जिंदगी जीता है । और जब ये सर्जरी हो जाता है तो फीर ये किसी जादू से कम नही दिखता है । क्योंकि बच्चे का चेहरा बिल्कुल नॉर्मल हो जाता है ।

एक सबसे बड़ी बात जो बताने जा रही हूं वो ये है की भारत सरकार के तरफ से राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत ये जितनी भी सर्जरी है 18 वर्ष की उम्र तक सरकारी संस्थानों पर सर्जरी की ब्यवस्था बिल्कुल मुफ्त मे उपलब्ध है । इस लिए पैसो की चींता नही करनी है सिर्फ सही समय पर सरकारी संस्थानों पर डॉ. के पास जान है और इस विकृति से छुटकारा पाना है।

Note – इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

सन्नी प्रियदर्शी की रिपोर्ट

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