Diabetes से खुद को बचाने के लिए इन बातो का रखें खास ध्यान Dr. Ajay Kumar

MEDICAL MIKE DESK: शहर के जाने माने Diabetes रोग चिकित्सक Dr. Ajay Kumar ने Diabetes जैसे गंभीर बीमारी के रोकथाम और उसके बचाव पर बात करते हुए कहा कि Diabetes के मरीज में मुलतः शुगर की मात्रा बढ जाती है जिसे हम आमतौर पर चीनी कहते है । हलांकि चीनी कहना गलत होगा  क्योंकि चीनी में शुक्रोज और फ्रुकटोज दोनों होता है । लेकिन डायबिटिज में चीनी जो बढता है उसमें शुक्रोज होता है ।

आपको सबसे ज्यादा जिस बात को समझने की जरुरत है वो है की जब हमारे शरीर में चीनी की मात्रा बढ जाती है और बढी हुई मात्रा को जब कोई भी ब्यक्ति नियंत्रित नही रख पाता है तब चीनी की बढी हुई मात्रा शरीर के विभिन्न अंगों को प्रभावित करता है और क्षति पहुंचाता है। इसी को हम डायबिटिज कहते है और इसको कंट्रोल रखना बहुत आवश्यक है ।

हमारे शरीर में Diabetes से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले अंग है – हृदय, किडनी, आंख और नस। शरीर में बढी हुइ चीनी की मात्रा को कंट्रोल कर के हम अपने शरीर के इन महत्वपूर्ण अंगो की रक्षा कर सकते है और बचा सकते है ।

Diabetes के लक्षण

बहुत सारे मरीजों में बल्ड शुगर 200, 400 तक रहता और उन्हे कोइ तकलिफ नही होती है । कुछ कमजोरी जैसा महशुस होकर रह गई। लेकिन Diabetes के जो कुछ विशेष लक्षण होते है उसमें पेसेंट को बहुत ज्यादा पेशाव करने की आवश्यकता महशुस होती है । बहुत ज्यादा भुख लगती है और इसके बावजूद मरीज का वजन घटने लगता है । इसके अलावें घाव- फोड़ा फुंसी का जल्दी ठीक नही होना भी इसके महत्वपूर्ण कारणों में से एक है ।

Diabetes के वैवाहिक जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव

युरोपिय देश की तुलना में अपने देश में कोई भी बिमारी लगभग एक दसक पहले दस्तक देती है इसका कारण है यहां का वातावरण यहा के खानपान के तौर तरीके, लोगो का जीवन शैली, लोगो मे तनाव उनके जेनेटिक बैकग्राउंड का होना ।

अब बात करते है वैवाहिक जीवन पर Diabetes के पड़ने वाले प्रभाव पर तो सबसे पहले आपको ये बता दें की Diabetes के जो भी पेसेंट है उनको बच्चा हो सकता है इसमें कोई दिक्कत की बात नहीं है । लेकिन उस बाल बच्चे में Diabetes होने की कितनी संभावना है यह इस बात पर निर्भर करता है की सिर्फ माता या पिता को है या दोनों को है । यदि दोनों को है तो लगभग 95%  संभावना हो जाती है की बच्चे में भी होगा लेकिन यदि किसी एक को है तो 50-60% संभावना रहती है की बच्चे को भी हो जाए यह तय नही होता है इसको मेडिकल के भाषा में रीस्क स्कोरिंग कहते है इस रिस्क के आधार पर आपको अपने जीवन शैली को परिवर्तित करना है ।

Diabetes के पेशेंट को निराश होने की जरुरत नही

किसी भी Diabetes के पेसेंट को निरास होने की जरुरत नही है सही लाइफ स्टाइट ,सही खान पान, योगा ब्याम एक्सरसाइज, तनाव से दूरी बनाकर सही डॉक्टर से अपने बिमारी का जांच करा कर दवाओं के द्वारा और बिना दवा के दवारा भी सही तौर तरीके को अपनाकर शुगर को कंट्रोल कर के आप पुरी लाइफ आसानी से जी सकते है ।

Diabetes को खत्म किया जा सकता है

यदि किसी पेशेंट को Diabetes हो जाता है और उसके Diabetes की अवधि 5 साल से कम है और आप अपने जीवन शैली को परिवर्तित रखने का जज्बा रखते है । तो Diabetes को जड़ से खत्म किया जा सकता है ।

Note – इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

सन्नी प्रियदर्शी की रिपोर्ट

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