जाने क्या होता है Diabetic Retinopathy  Dr. Bibhuti Prassan Sinha …

MEDICAL MIKE DESK: शहर के जाने माने डॉक्टर IGIMS RIO विभागाध्यक्ष Dr. Bibhuti Prassan Sinha ने Diabetic Retinopathy की समस्या पर बात करते हुए कहा कि ये सभी को मालुम है की diabetes mellitus भारत की राजधानी बन गई है । कहने का मतब भारतवर्ष एक epidemic से जूझ रहा है जिसे diabetes mellitus बोलते है। सामान्य तौर पर चीनी की control Poor हो जाती है उसके चलते शरीर के Different अंग जो हैं खास कर के किडनी, आंख और नस ये तीन अंगों को नुकशान पहुंच रहा होता है।  

इसमें हमलोग चुकी बात करने वाले है आंखों की तो diabetes का जो असर होता है वो पर्दे पर बहुत  होता है । पर्दे में ये समय के साथ सुजन लाता है। Retinal edema create करता है । फिर उसमे कई तरह की बीमारीया Develop होती है। जिसके चलते Retinal hemorrhage भी हो जाते है। और ये कई Stages से गुजर रहा होता है।

तो यदि साधारण तरीके से समझे तो जैसे हीं diabetesन हुआ किसी मरीज को तो टाइप-1 diabetes में 5 साल भितर उसे अपना पहला चेकअप करा लेना है। और टाइप-2 diabetes mellitus जो की Adultos बोलते है उसमे जैसे हीं पता चलता है की आपको diabetes है तो अपने पर्दे की जांच अवश्य करानी चाहिए।

Diabetic Retinopathy के सामान्य लक्षण

शुरुआत के दिनों में इसमें कोई लक्षण दिखाई नही देता है चीनी की बिमारी रहती है उसके वजह से जो भी परेशानीया होती है वो होती है । लेकिन जैसे-जैसे ये बीमारी बढती है वैसे-वैसे पर्दे में कुछ स्पेसिक चेंजेज होने लगते है । mild moderate stage पे तो थोड़ा कम चेंजेज होता है । इसिलिए आवश्यक है की शुरुआती दौर में आपके पर्दे की जांच साल में एक बार सुनिश्चित की जाए।

शुरुआत में अगर इसे पकड़ लिया जाता है तो इसे रोका जा सकता है लेकिन बहुत आगे बढ जाता है तो आंखों की रौशनी को कम करने लगता है, पर्दे में सुजन आने लगता है जिसके वजह से जो दिखाई पड़ना है वो धुंधला होने लगता है ।

कभी-कभी एकाएक hemorrhage होने लगते है पर्दे के सामने ब्लड आ जाता है। या पर्दे के लेयर के पिछे ब्लड आ जाता है । जिसे intraretinal या preretinal  hemorrhage बोलते है । जब ये बिमारी और आगे बढती है तो वैसे स्थिति में और भी गंभीर स्थिति को क्रिएट करती है। जैसे ग्लूकोमा आदि । या लंबे समय तक hemorrhage यदि बने रहे तो पर्दे को उखाड़ सकता है । तो ये अपने आप ये एक गंभीर बिमारी है । सही समय पर इसको पहचानना जरुरी है, सही समय पर इसको रोकना जरुरी है और यदि हो भी जाता है तो प्रोपर इलाज में रहेंगे तो शायद इससे बचाव किया जा सकता है और आपके रौशनी को डॉ बचा सकते है ।

मधुमेह में lifestyle का रोल और Diabetes से बचाव

Diabetes के होने में lifestyle का एक बहुत बड़ा रोल होता है लोगो का खान पान रहन सहन और योगा एक्सरसाइज नही करने के कारण भी इस रोग को काफी हद तक बढावा मिला है । लोगो की जो दिनचर्या है जो जीवन शैली है उसमें टेंशन बहुत हो गये है । तो ये सब कुल मिलाकर खाने का जो पैटर्न है जंक फुड्स है ये सब कुल मिला कर के ये सब डायबिटिज को और गंभीर किये जा रहा है ।

तो आपको थोड़ी सी अपने हैबिट्स को habits को developed करनी पड़ेगी जिसमें हेल्दी फूड के साथ हरी सब्जियां और Protein  ज्यादा लेने की जरुरत पड़ेगी। exercise की भी जरुरत पड़ेगी। इसका बचाव नियमित जांच और healthy lifestyle,  में हीं है।

Note – इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

सन्नी प्रियदर्शी की रिपोर्ट

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