Medical Mike Desk : आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल पटना की जानी मानी आंख,नाक,कान,एवं गला रोग विशेषज्ञ डॉ. उमा पांडेय ने बढते Eye Flu की समस्या पर बात करते हुए कहा कि Eye flue की समस्या मौसम के बदलने के साथ हीं लोगो में काफी तेजी से बढा है। हमारे OPD में डेली 50-60 पेसेंट आ रहे है जिसमें Eye flue से पुरुस महिलाओं के साथ-साथ सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित हो रहे है ।
Eye Flu को पिंक आई, रेड आई, के अलावे Conjunctivitis भी बोलते है। आम भाषा में या फिर गांव के भाषा में इसे आंख आना भी कहते है ।
Conjunctivitis (कंजंक्टिवाइटिस) क्या होता है
आंखो के उपर वाले भाग को हम कंजंक्टाईवा बोलते है और आंखो के सुजन को हम Conjunctivitis बोलते है । इसमें आंखो का जो कलर होता है वो लाल हो जाता है और आँखे हमारा लाल-लाल हो जाती है ।
Conjunctivitis के लक्षण
– रोगीयों के आंखो में जलन होती है
– आंखों में सुजन हो जाती है
– आखें चुभने लगती है
– आंखें लाल हो जाती है
– आंखो से पानी गीरता है
– दर्द भी असहनीय होती है
– श्राव के कारण आंखे चीपकने लगती है
– रोगी प्रकाश में आंखों को खोल नही पाता है
– रोगी की आंख प्रकाश को सहन नही कर पाता है।
संक्रमण का फैलाव
चूकि यह एक संक्रामक रोग होता है जिसका एक रोगी से दूसरे रोगी में फैलने की संभावना बहुत ज्यादा रहती है। यह रोग कोइ नया नही है इस रोग का वर्णन आयुर्वेद में 5 हजार वर्ष पहले आचार्य सुश्रुत ने कर रखी है। और ये उसी समय बताया गया की यह ब्याधी एक ब्यक्ति से दूसरे ब्यक्ति में फैल सकती है।
Eye Flu से बचाव के उपाय
इसके लिए रोगी को साफ सफाइ के साथ दूसरे के आस पास जाने से भी बचना चाहिए और आंखो से जो बार बार पानी गिर रहे हो उनको साफ कपड़ो से पोछना चाहिए साथ ही जिन कपड़ो को उपयोग रोगी कर रहा हो उसका उपयोग घर का कोई दूसरा सदस्य ना कर ले इसका ध्यान रखना चाहिए।
Eye Flu से बचाव के लिए गुगल्स चश्मे का प्रयोग करें आंखो को बार-बार ना छुये और ना बार-बार पोंछे।
Eye Flu का आयुर्वेदिक उपचार
इस रोग में रोगी को वेदना होती है वेदना को कम करन के लिए आयुर्वेद में सेंक की बात की ।
त्रिफला एरंड का क्वाथ बनाकर या फिर सहजन का छाल भी सुजन को बहुत जल्दी कम कर देता है।
गुलर का प्रयोग त्रिफला का प्रयोग यदि इन चीझों का काढा बनाकर सुसुम होने पर नेत्र का सेंक कराते है या फिर धोते है तो रोगी को बहुत फायदा होता है ।
आखों पर सेंधा नमक का लेप Anti-inflammatory के रुप में आयुर्वेद में प्रयोग किया जाता है हल्दी का प्रयोग एंटीसेपटीक Anti-inflammatory के रुप में भी करते है ।
सोंठ का प्रयोग आंखो के लिए बहुत हीं अछी औषधि है । लालीपन पित् को दूर करने के लिए चंदन का प्रयोग गुलाब जल का प्रयोग, मुलेठी का प्रयोग गुलाब के पंखुड़ियो का प्रयोग कर के हम अपनी आंखों को ठीक कर सकते है ।
Note – इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
सन्नी प्रियदर्शी की रिपोर्ट