युवाओं में मुंहासे की समस्या और उसके रामबाण उपाय. Dr. Kranti Chandan Jaykar

MEDICAL MIKE DESK: IGIMS PATNA के अपर प्राध्यापक चर्म एवं कुष्ट रोग चिकित्सक डॉ क्रान्ति चंदन जयकर ने मुहासे की समस्या पर बात करते हुए कहा कि मुंहासे त्वचा से जुड़ी एक आम समस्या है, जो कि किशोरावस्था से लेकर उम्र के कई पड़ावों में निकल आती है। अगर हम इसके मेडिकल कारणों को जानें, तो एक्ने त्वचा के रोम छिद्रों के बंद हो जाने के कारण होती है। इन रोम छिद्रों के बंद हो जाने के पीछे कई कारण होते हैं, जिनमें खराब हेयर केयर रूटीन से लेकर त्वचा से जुड़ी आम परेशानियां भी शामिल हैं। दरअसल, जब आपकी त्वचा ऑयली होती है या त्वचा में किसी वजह से गंदगी जमा होने लगती है, तो मुंहासे निकल आते हैं। इसके अलावा होर्मोनल गड़बड़ियां और डेड सेल्स भी कई बार ACNE होने का कारण बनते हैं।  इसका सबसे अधिक प्रकोप चेहरे पर होता हैं, लेकिन यह पीठ, छाती और कंधों पर भी दिखाई दे सकते हैं। इसके अलावा ACNE के कई अन्य कारण भी हैं, तो आइए विस्तार से जानते हैं  ACNE के कारण, लक्षण और उपाय के विषय में –

ACNE होने के कारण

ज्यादातर लोगों के लिए, मुंहासे 20 से लेकर 30 की उम्र तक बहुत परेशान करते हैं। उसके बाद वो धीमे-धीमे अपने आप कम हो जाते हैं।  लेकिन कुछ लोगों में उनके चालीसवें और पचास के दशक में इस त्वचा की समस्या बनी रहती है। इस तरह से देखें तो ACNE के पीछे कई कारण हैं, जिनमें से कुछ हल्के हैं, तो कुछ गंभीर। जैसे कि

1. ज्यादा ऑयली स्किन

मुंहासे त्वचा के तेल ग्रंथियों (ऑयल ग्लैंड्स) में शुरू होता है। तेल पूरे पोर्स की यात्रा करते हुए छिद्रों तक पहुंचता है, जहां बाल होते हैं। इससे वहां के पोर्स ब्लॉक हो जाते हैं और चेहरे पर ACNE होने लगता है। त्वचा के ऑयल कई अन्य कारणों से भी बढ़ सकते हैं,जैसे कि ऑयल त्वचा और खराब स्किन केयर रूटीन।

2. हार्मोनल डिसबैंलेस के कारण

हार्मोनल डिसबैंलेस के कारण स्किन से जुड़ी परेशानियां लगातार बढ़ने लगती है। थकान या वजन बढ़ने से लेकर खुजली वाली त्वचा तक हार्मोनल असंतुलन को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। एंडोक्राइन सिस्टम में ग्रंथियों द्वारा उत्पादित रसायन होते हैं और ये ब्लड में भी सर्कुलेट हो जाते हैं और शरीर में अलग-अलग तरीकों के बदलाव करते हैं।

3. बदलते आयु के कारण (age changes)

लगभग 20% नवजात शिशुओं में एक प्रकार का मुंहासे विकसित होते हैं जिसे टीन ACNE (teen acne) कहा जाता है, जो आमतौर पर जीवन के दूसरे और चौथे सप्ताह के बीच दिखाई देता है। इस तरह के मुंहासे समय के साथ बिना दाग-धब्बे के अपने आप दूर हो जाते हैं। यह जीवन में बाद में गंभीर मुंहासे के विकास के जोखिम को भी नहीं बढ़ाता है।

4. खराब डाइट के कारण (Diet)

अध्ययनों से संकेत मिलता है कि कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन ACNE को बढ़ाता है। कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थ, जैसे कि ब्रेड और चिप्स आदि मुंहासे बढ़ाते हैं। साथ ही दूध से भरपूर चीजें भी ACNE को बढ़ाता है।

5. प्रदूषणके कारण

प्रदूषण स्किन से जुड़ी परेशानियों को बढ़ाता है।  प्रदूषण के कारण बैक्टीरिया और डर्ट बढ़ते हैं, जो ऑयली स्किन पर चिपक जाता है और ACNE बढ़ जाता है।

ACNE के लक्षण

आपकी स्थिति की गंभीरता के आधार पर मुंहासे के लक्षण भिन्न हो सकते हैं। हालांकि आमतौर पर ACNE के ये लक्षण नजर आते हैं। जैसे कि

-व्हाइटहेड्स

-ब्लैकहेड्स

-छोटे लाल, कोमल पिंपल्स

-मवाद से भरे पिंपल्स

-त्वचा के नीचे बड़ी, ठोस, दर्दनाक गांठ

-त्वचा के नीचे दर्दनाक, मवाद से भरी गांठ

-मुंहासे आमतौर पर चेहरे, माथे, छाती, ऊपरी पीठ और कंधों पर दिखाई देते हैं।

ACNE के प्रकार

1.ब्लैकहेड्स

ब्लैकहेड्स तब होते हैं जब हमारे स्किन पोर्स सीबम और मृत त्वचा कोशिकाओं से भरा जाते हैं। बाकी भाग भरा होने के बावजूद, मुहांसे ऊपर से खुले हुए नजर आते हैं।

2. व्हाइटहेड्स

व्हाइटहेड्स को मुंहासे का ही प्रकार है, जिसमें यह केवल त्वचा के बाहरी हिस्से को प्रभावित करता है।   यह चेहरे, छाती और पीठ पर छोटे-छोटे सफेद उभार के रूप में दिखाई देते हैं, जिनमें सफेद रंग का सिस्ट जमा होता है।

3. सिस्ट

सिस्ट तब विकसित हो सकते हैं जब बैक्टीरिया, सीबम और मृत त्वचा कोशिकाओं के संयोजन से पोर्स बंद हो जाते हैं। ये बंद त्वचा के भीतर गहरे होते हैं और नोड्यूल्स की तुलना में सतह से नीचे होते हैं।

4. नोड्यूल्स

नोड्यूल्स तब होता है, जब मुहांसे बहुत भरे हुए से नजर आते हैं। इसमें सूजन आ जाती और ये त्वचा के नीचे गहराई में होते हैं और आसानी से नहीं निकलते।

चेहरे पर ACNE का प्रभाव

– मुहांसे के कारण त्वचा के नीचे के रोम छिद्र बंद हो जाते हैं।

– तेल और मृत त्वचा कोशिकाएं और पिंपल्स पैदा करती हैं, जिसके दाग आपके चेहरे पर लंबे समय तक रह सकते हैं।

-मुहांसे चेहरे, पीठ, छाती और कंधों पर भी दिखाई दे सकते हैं।

ACNE का उपचार

-लेजर और लाइट थेरेपी

-कोर्टिकोस्टेरोइड इंजेक्शन

-सेहतमंद खाना खाएं

-सुबह उठ कर गर्म पानी पिएं

-पिंपल्स को फोड़े नहीं।

-आपके चेहरे को बार-बार छुए नहीं।

ACNE को नजरअंदाज न करें और इससे बचे रहने के लिए एक अच्छा स्किन केयर रूटीन का पालन करें। जादा से जादाहरा साग सब्जी का सेवन करे फास्ट फुड से दुरी बनाए तेल से बने चीजो का सेवन कम करें साथ हीं एकने की समस्या दिखाई देने पर डॉक्टर से जरुर मिलना चाहिएताकि यह समस्या गंभीर रुप न ले। 

Note :- इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

सन्नी प्रियदर्शी की रिपोर्ट

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