Medical Mike Desk: शहर के जाने माने जेनरल फिजीसियन डॉक्टर दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि युवाओं मे पुरी नींद नही लेने और देर रात स्मार्ट फोन का उपयोग करने से युवाओं में ब्रेन स्ट्रोक कि समस्या बढती जा रही है। 15 से 20 प्रतिशत स्ट्रोक के मामले 30 से 50 साल की उम्र में सामने आ रहे हैं। मोटापा, जीवनशैली खराब होना और तनाव की वजह से युवाओं को यह बीमारी चपेट में ले रही हैं। शराब का अधिक सेवन व धुम्रपान भी स्ट्रोक का एक बड़ा कारण है। स्ट्रोक से बचाव के लिए 30 साल की उम्र के बार ब्लड प्रेशर व हृदय संबंधित बीमारियों की नियमित जांच कराना बहुत जरूरी है।
क्या होता है ब्रेनस्ट्रोक?
स्ट्रोक जिसे कभी-कभी ब्रेन अटैक भी कहते हैं, ये तब होता है जब दिमाग तक ब्लड पहुंचने में रुकावट आ जाती है। उस जगह की दिमागी कोशिकाएं मरने लगती हैं क्योंकि उन्हें काम करने के लिए जो ऑक्सीजन और पोषण मिलना चाहिए, वो नहीं मिल पाता। एक अध्ययन के मुताबिक, डॉक्टर को दिखाने में जितनी देर होगी दिक्कत उतनी ही बढ़ जाएगी। क्योंकि इलाज मिलने में देर होने के साथ न्यूरॉन्स खत्म होने लगेंगे क्योंकि वयस्क लोग न्यूरॉन्स रीजेनरेट नहीं कर पाते लिहाजा हमेशा के लिए विकलांगता आ जाती है।
सोशल मीडिया की लत
पिछले कई महीनों से अस्पताल में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ रही है। जिन्हें रातभर नींद नही आती है। युवाओं में यह परेशानी अधिक देखी जा रही है. इसका कारण यह है कि लोग सोशल मीडिया पर काफी समय गुजारते हैं. बिना किसी काम के भी देर रात तक फोन या लैपटॉप का इस्तेमाल करते हैं। इस कारण वह समय पर नहीं सोते । देर से सोने के कारण लोग उठते भी देर से ही है। धीरे -धीरे यह आदतें जीवन का हिस्सा बन जाती हैं और बाद में इसके गंभीर परिणाम देखने को मिलते हैं।
इन्हें ज्यादा खतरा
1. स्लीप डिसऑर्डर
2. खराब लाइफ स्टाइल
3. बीपी के मरीज
4. मधुमेह के रोगी
5. तनाव
6. धूम्रपान व नशा
फोनका कम करें इस्तेमाल
डॉक्टर दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि लोगों को रात में 10 बजे तक सो जाना चाहिए. अगर कोई जरूरी काम है तो ही देर रात जागना चाहिए. जल्दी सोने के लिए फोन और लैपटॉप को खुद के दूर रखें. कोशिश करें कि सोने से 2 घंटे पहले तक इन गैजेट्स का इस्तेमाल न करें. रात को सोने से पहले कम से कम आधा घंटा या एक घंटा टहलें. इससे आपके शरीर को रिलैक्स मिलेगा और अच्छी नींद आएगी ।
ऐसे करें बचाव
पुरी नींद लेंनियमित व्यायाम व योग करें, तले हुए खाद्य पदार्थों से परहेज करें।कोलेस्ट्रॉल, शुगर व ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखें। साथ ही संतुलित आहार लें और नशे से परहेज करें। इसके अलावा, 30 की उम्र के बाद नियमित जांच कराते रहें।
Note :- इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
सन्नी प्रियदर्शी की रिपोर्ट