Medical Mike Desk : बच्चों में बढ़ते मोटापे को कंट्रोल बेहद जरूरी है। आदतें एक दिन में नहीं बनती और जब एकबार बन जाएं तो आसानी से जातीं भी नहीं। लेकिन अगर बचपन से ही अच्छी आदतें डाल दी जाएं तो फिर ये उम्र भर साथ देती हैं। इस समय गर्मी की छुट्टियां चल रही हैं और यही वो टाइम है जब बच्चे पेरेंट्स के साथ ज्यादा वक्त बिताते हैं। क्योंकि नॉर्मल डेज में बच्चे स्कूल चले जाते हैं और पेरेंट्स अपने दफ्तर तो जरुरी है कि खुद भी अपना रुटीन सुधारिए और बच्चों के सामने अच्छे
एक्जाम्पल पेश कीजिए।
क्योंकि आप तो जानते हैं, बच्चे कॉपी मशीन की तरह होते हैं आप जैसा करेंगे-वो वैसा ही दोहराएंगे तो इस समर ब्रेक में मस्ती के साथ-साथ बच्चों में अच्छी आदतें सिखाइए। अब जैसे हाइजीन और हेल्थ का ख्याल रखना टॉप प्रयॉरिटी रहना चाहिए अगर ये बात बच्चों को सिखा दी जाए तो फिर इसके फायदे सोचिए। ठीक बात है। एक तो प्रॉपर ग्रोथ होगी आंखें कभी खराब नहीं होंगी। इम्यूनिटी अच्छी रहेगी और तो और ताउम्र लाइफ स्टाइल की बीमारियां शुगर और बीपी से भी बचे रहेंगे।
बच्चों में बिहेवियरल प्रॉब्लम भी बड़ी परेशानी है। छोटी-छोटी बात पर चिल्लाना, आक्रामक हो जाना, खाने-पीने में ना-नुकुर करना, आउटडोर गेम्स से दूर भागनाऔर तो और स्कूल ना हो तो बच्चे वक्त पर सोते-उठते भी नहीं। ठीक बात, साथ में कुछ बुरी आदतों को इन छुट्टियों में छुड़ाना भी जरुरी है जिसमें मोबाइल और गेम की आदत तो है ही। इसके लिए जरुरी है कि बच्चों को वक्त दीजिए उनसे बातें कीजिए और सबसे बड़ी बात अपना रुटीन भी ठीक कीजिए क्योंकि आप उनके सबसे बड़े रोल मॉडल हैं। और सबसे बड़ी बात एक अच्छी आदत की शुरुआत अबतक आपने नहीं की है तो आज से सुबह आठ बजे का समय फिक्स कर लीजिए। पूरे परिवार के साथ योगाभ्यास के लिए क्योंकि आपको स्वामी रामदेव से बढ़िया ट्रेनर मिलेगा नहीं।
अच्छी आदत, बदलेगा जीवन
सेहत का ख्याल रखें। जल्दी सोएं-जल्दी उठें। वक्त पर सही तरीके से खाएं। सफाई का ख्याल रखें। आउटडोर गेम्स खेलें।
हाइट बढ़ाने के टिप्स
30 मिनट योग करें। जंकफूड बंद कर दें। आधा घंटा धूप में बैठें। फल-हरी सब्जियां खाएं। आउटडोर गेम खेलें।
बच्चों में मोटापा, कैसे करें कंट्रोल
घर पर बना खाना दें। फल-सब्जी की मात्रा बढ़ाएं। जंक फूड बंद कर दें। वर्कआउट, योग कराएं।
Note :- इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।