कब्ज, एसिडिटी, ब्लोटिंग या पाचन से जुड़ी हर समस्या का समाधान हैं ये योगासन

Medical Mike Desk : दुनिया भर में योग के महत्व को समझाने के लिए हर साल जून महीने की 21 तारीख को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। योग शरीर के साथ ही मन को भी स्वस्थ बनाता है। योग के जरिए आप अपनी सेहत से जुड़ी हर समस्या का समाधान कर सकते हैं। पेट और पाचन से जुड़ी समस्याओं से परेशान हैं तो आप कुछ योगासनों के माध्यम से राहत पा सकते हैं। योग तनाव को कम करके, सर्कुलेश को बढ़ाकर और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट की गतिशीलता को बढ़ावा देकर पाचन स्वास्थ्य में मदद करता है।

पार्श्व सुखासन

बेली मसल्स यानी पेट की मांसपेशियों, निचले और ऊपरी पीठ और कंधों को स्ट्रेच करने के लिए ये बेहतरीन आसन है। सूजन और गैस को कम करने और सामान्य पाचन को बढ़ावा देने में ये मदद करता है। फर्श पर क्रॉस-लेग्ड पोजीशन में बैठें, अपने हाथों को अपने बगल में फर्श को छूते हुए रखें। अपने बाएं हाथ को सीधे हवा में उठाएं, फिर धीरे से अपनी दाईं ओर झुक जाएं। अपनी दाहिनी भुजा को बाहर की ओर रखते हुए फर्श पर रखें। चार-पांच बार धीरे-धीरे सांस अंदर-बाहर करें। फिर, साइड स्विच करें और इस प्रोसेस को दोहराएं।

अर्ध मत्स्येन्द्रासन

ये योगासन पेरिस्टलसिस में छोटी और बड़ी आंत की सहायता से आंत्र नियमितता को बढ़ावा देता है। ये मूवमेंट जीआई ट्रैक्ट के माध्यम से भोजन और अपशिष्ट को आगे बढ़ाता है। कब्ज और एसिडिटी जैसी समस्याओं से निजात के लिए ये योगासन फायदेमंद होगा। फर्श पर दोनों पैरों को सीधा रखकर बैठें। अपने बाएं घुटने को मोड़ें और अपने बाएं पैर को फर्श पर रखते हुए इसे अपने लेफ्ट घुटने या जांघ के ऊपर से पार करें। पूरे मूवमेंट के दौरान अपने बाएं पैर को लगाए रखें।

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सुप्त मत्स्येन्द्रासन

स्पाइनल ट्विस्ट पोज़ पीठ के निचले हिस्से को स्ट्रेच करता है और बैक बोन की फ्लेसिबिलीटी बढ़ाने में भी ये कारगर है। यह कब्ज और सूजन को कम कर, पाचन को बेहतर बनाता है। पीठ के बल लेट जाएं, अपने दोनों घुटनों को मोड़ें, अपने पैरों के तलवों को फर्श पर सपाट रखें। अपने बाएं पैर को सीधा करें और अपने दाहिने घुटने को पकड़कर अपनी छाती की तरफ लाएं। अपने बाएं पैर को सीधा रखते हुए, धीरे से बाएं तरफ घुमाएं और अपने दाएं घुटने को अपने बाएं के ऊपर ले आएं। अपने घुटने को ज़मीन पर टिकाने के बजाय, इसे धीरे से अपने बाएं पैर पर लपेटने दें। अपने दाहिने हाथ को वापस लाएं और इसे सीधे अपने शरीर के लंबवत फर्श पर रखें। अपने बाएं हाथ को लें और अधिक से अधिक खिंचाव के लिए अपने दाहिने घुटने पर धीरे से दबाएं।

Note :- इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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