Medical Mike Desk : हर साल 20 मई को वर्ल्ड ऑटोइम्यून आर्थराइटिस डे मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य ऑटोइम्यून आर्थराइटिस के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। इसके विभिन्न प्रकार हैं जैसे रुमेटीइड आर्थराइटिस, सोरियाटिक आर्थराइटिस और एंकिलोसिंग स्पॉन्डिलाइटिस। ऑटोइम्यून डिजीज तब होती है, जब आपका इम्यून सिस्टम गलती से आपकी बॉडी सेल्स पर अटैक करने लगता है। ऑटोइम्यून आर्थराइटिस जैसे रुमेटीइड आर्थराइटिस में आपका इम्यून सिस्टम आपके जोड़ों की परत पर हमला करता है। यह सूजन जोड़ों तक ही सीमित नहीं है और शरीर के अन्य अंगों को प्रभावित कर सकती है।
ऑटोइम्यून आर्थराइटिस के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। चिंता की बात यह है कि इस स्थिति का कोई इलाज नहीं है। आमतौर पर इसके लक्षणों में जोड़ों में दर्द, जोड़ों के हिलने-डुलने में परेशानी, सोने में कठिनाई, थकान, वजन घटना, आंखों में सूजन, सूखापन और खुजली होना, बुखार, खून की कमी और सीने में दर्द आदि हैं।
प्रोसेस्ड फूड से करें परहेज
प्रोसेस्ड फूड न सिर्फ डायबिटीज और हार्ट डिजीज के जोखिम को बढ़ा सकते हैं बल्कि गठिया की समस्या में भी इन्हें काफी नुकसानदायक माना जाता है। आर्थराइटिस वाले रोगियों चिप्स, नमकीन, ब्रेड, केक और बिस्कुट जैसी चीजों से परहेज करना चाहिए।
नमक का कम प्रयोग करें
यदि आप नहीं चाहते कि आपको उम्र बढ़ने पर जोड़ों में दर्द हो, तो अच्छा होगा कि आप कम नमकीन खाद्य पदार्थ न खाएं। शोधकर्ता ने अपने अध्ययन में पाया कि जिन चूहों ने बहुत अधिक नमकीन भोजन किया, उनमें जोड़ों की समस्या अधिक थी। उन्हें लगता है कि ज्यादा नमक खाने से जोड़ों की समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है।
आलू से बना लें दूरी
गठिया से पीड़ित लोगों को आलू खाने से परहेज करना चाहिए। आलू को जोड़ों के दर्द और सूजन को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार मन जाता है। आलू में रासायनिक सोलनिन होता है, जो गठिया के दर्द के लिए जिम्मेदार होता है।
दूध का सेवन कम करें
यह देखा गया है कि जो लोग गठिया से पीड़ित हैं और दूध का सेवन करते हैं, उनमें हिप रिप्लेसमेंट की आवश्यकता अधिक होती है। दूध में पाए जाने वाले बैक्टीरिया का एक स्ट्रेन रूमेटोइड गठिया से जुड़ा हो सकता है।
रेड मीट को न लगाएं हाथ
ऐसा इसलिए है क्योंकि सफेद मांस या पौधे-आधारित प्रोटीन की तुलना में लाल मांस में आमतौर पर अधिक फैट, खासकर सैचुरेटेड फैट होता है। रेड मीट के सेवन से जोड़ों में सूजन हो सकती है और इससे गठिया के लक्षण गंभीर हो सकते हैं।
Note :- इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।