Medical Mike Desk : बच्चे के जन्म के बाद महिलाओं को कई तरह की बीमारियां होने का रिस्क रहता है। कई महिलाओं को पेट से संबंधित बीमारियों का शिकार होना पड़ता है। अधिकतर मामलों में पाचन से जुड़ी समस्या और पेट में ऐंठन की परेशानी का सामना करना पड़ता है। पेट में कब्ज भी रहता है। ऐसे में ये जानना जरूरी है कि डिलीवरी के बाद महिलाओं के ये परेशानियां क्यों होती हैं और इसका इलाज क्या है।
डॉक्टरों के मुताबिक, प्रेगनेंसी के बाद महिलाओं को रिकवर होने और इंफेक्शन से बचने के लिए कई प्रकार की एंटीबायोटिक दवाएं दी जाती हैं। कई बार दवाओं का कोर्स लंबा चलता है। इस कारण इन दवाओं के कारण पेट में परेशानियां होने लगती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कई बार ये दवाओं पेट में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया को भी नुकसान पहुंचाती हैं। बच्चे की डिलीवरी के बाद हार्मोन में भी कुछ बदलाव होता है, जिससे गैस्ट्रो डिजीज हो सकती हैं।
खानपान का ध्यान न देना
प्रेगनेंसी के दौरान तो महिलाएं खानपान का ध्यान रखती हैं, लेकिन बच्चे के जन्म के बाद उसकी केयर के चलते महिला अपनी सेहत का ध्यान रखना भूल जाती हैं। डाइट सही न होने से पेट की बीमारियां हो जाती हैं। साथ ही कई मामलों में महिलाओं को लंबे समय तक कब्ज रहता है, जिससे भी पेट की अलग-अलग बीमारियां हो जाती हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
डाइट का ध्यान रखें और अपने भोजन में फाइबर को शामिल करें। इसके लिए ड्राई फ्रूट्स का सेवन कर सकती हैं। इसके साथ ही मौसमी फल और सब्जियां जरूर खाएं। ऐसी चीजें न लें जिससे पेट में कब्ज होने का खतरा हो। कुछ दिन चावल और गोभी का सेवन कम करें। अपनी डाइट के लिए डायटिशियन से भी सलाह ले सकती हैं। खूब पानी पीएं और कोशिश करें कि छाछ, दही और नारियल पानी का भी सेवन करें। दिन में कम से कम आठ से 10 गिलास पानी पीने की कोशिश करें। मानसिक तनाव न लें और डॉक्टर की सलाह के हिसाब से रोज कोई न कोई एक्सरसाइज जरूर कर लें।
Note :- इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।