Medical Mike Desk : प्रेगनेंसी में खानपान को लेकर डॉक्टर अक्सर सलाह देते हैं। गर्भवती महिलाओं को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं हर चीज के बारें में डॉक्टर बताते हैं। ताकि मां और बच्चा दोनों हेल्दी रहें। डाइटिशियन बताती हैं कि प्रेगनेंट वुमेन को अपनी सेहत का खास ख्याल रखना चाहिए। चूंकि यह पल सबसे खास होता है, इसलिए डाइट का ख्याल रखना सबसे अहम हो जाता है। ज्यादातर महिलाएं इससे अनजान होती हैं और इसकी वजह से डिलीवरी के वक्त उन्हें कई परेशानियों से गुजरना पड़ता है।
1 से 3 महीने तक क्या खाएं
प्रेगनेंसी के पहले तीन महीने में ज्यादा पैनिक होने से बचना चाहिए। इस दौरान विशेष चीजों का ध्यान देना होता है। ज्यादा दूर तक सफर न करें। पपीता, अनानास और कटहल खाने से बचें। जितना हो सके पानी पिएं और समय-समय पर खाना खाते रहें। इस दौरान उल्टी होती रहती है, इसलिए घर पर बना जूस ही पिएं। जितना हो सके लिक्विड पर फोकस रखें।
3 से 6 माह तक क्या करें, क्या नहीं
डॉक्टर के मुताबिक, तीन से छह महीने तक बॉडी का वेट गेन होना जरूर होता है। यह बच्चे के विकास में मददगार होता है। बोन और मशल्स बनने पर भी फोकस करना चाहिए। आयरन, कैल्शियम, फोलिक एसिड वाली चीजें खाएं। सप्लीमेंट खाना बेहतर होता है। पाचन तंत्र पर भी ध्यान देने की जरूरत होती है। ऐसी चीजें ही खाएं जो आसानी से बच सके। दूध-दही और हरी पत्तीदार सब्जियां खाएं।
7 से 9वें महीने में क्या करना चाहिए
डॉक्टर बताती हैं कि डिलीवरी के पीरियड में मां का ब्लड कम हो जाता है। इस वजह से डिलीवरी में प्रॉब्लम भी आती है। हालांकि, कुछ आसान उपाय अपनाकर इनसे बच सकते हैं। कैल्शियम और विटामिन ई का सेवन भरपूर मात्रा में करें। शरीर को कितनी चीजों की जरूरत, इसपर भी ध्यान दें। डिलीवरी के समय में हरी पत्तेदार, सहजन, कीवी, संतरा, चुकंदर खाने से ब्लड की कमी दूर होती है। हर दिन कम के कम एक लीटर दूध पिएं। इससे आपको कैल्शियम मिलेगा और यह फायदेमंद होता है। नारियल पिएं और अपनी थाली में 50 परसेंट रोटी-चावल और दाल समेत बाकी चीजें शामिल करें।
Note :- इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।