Medical Mike Desk : डायबिटीज एक लाइफ स्टाइल से जुड़ी डिसीज है। यह रोग उम्र के साथ बढ़ता है। यदि उम्र बढ़ने के साथ जीने की आदतें की खराब हैं तो ये स्थिति और अधिक गंभीर हो जाती है। ऐसे में जरूरी है कि मौजूदा हालातों को संभाला जाए। डायबिटीज एक गंभीर रोग तौर पर देखा जाता है और उसके लक्षण भी इतने सीरियस है। ऐसे में डायबिटीज और उससे जुड़ी परेशानी को समझना भी जरूरी होता है। डायबिटीज होने पर कई तरह की बीमारी होना शुरू हो जाती है। ऐसा इम्यून सिस्टम कमजोर और कुछ अन्य वजह होती है।
किडनी डैमेज होने का खतरा
जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या होती है। उन लोगों में किडनी डैमेज होने का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है। हाई ब्लड शुगर लेवल किडनी में मौजूद ब्लड वेसेल्स को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाते हैं। इससे किडनी के टॉक्सिंस को फिल्टर करने की क्षमता प्रभावित होती है।
आई डिसीज होना
डायबिटिक पेशेंट में मधुमेह संबंधी समस्या भी देखने को मिलती है। दरअसल, डायबिटीज आंखों की रक्त वाहिकाओं को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाता है। इससे मधुमेह से जुड़ी बीमारी रेटिनोपैथी हो सकती है। इसका सीधा असर आंखों पर पड़ता है। समय रहते इसका निदान जरूरी है।
नर्वस सिस्टम प्रभावित होना
लंबे समय तक डायबिटीज रहने का असर नर्वस सिस्टम भी देखने को मिलता है। इससे सुन्नपन आना, झुनझुनी और दर्द होने जैसे लक्षण लक्षण दिख सकते हैं। इस कंडीशन को डायबिटिक न्यूरोपैथी कहा जाता है।
हाई ब्लड प्रेशर होना
डायबिटीज का सीधा जुड़ाव हाई ब्लड प्रेशर से रहता है। धीरे धीरे खराब स्वास्थ्य रहने पर यह समस्या जन्म ले लेती है। व्यक्ति का ब्लड प्रेशर हाई होने लगता है। इसका असर बॉडी के अलग अलग आर्गन पर देखने को मिलता है।
हार्ट डिसीज होना
डायबिटीज होने पर हार्ट डिसीज होने का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है। ऐसे लोगों में हार्ट अटैक, कार्डिएक अरेस्ट और पेरिफेरल हार्टरी डिसीज होने की संभावना बहुत अधिक रहती है। हाई ब्लड शुगर लेवल के साथ हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हार्ट को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसलिए सावधान रहने की जरूरत है।
Note :- इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।