Medical Mike Desk : कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो हर साल अपना दायरा तेजी से बढ़ा रही है। शहरी इलाकों में इसके मामले रफ्तार पकड़ रहे हैं। कैंसर पेट की आंतों में भी होता है। इसको कोलन कैंसर जो जानलेवा साबित होता है। आमतौर पर लोग इस कैंसर के लक्षणों पर ध्यान नहीं देते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इसकी शुरुआत पेट दर्द से होती है, जिसे सामान्य परेशानी समझ कर नजरअंदाज कर दिया जाता है। डॉक्टर बताते हैं कि कोलन कैंसर शरीर की शरीर की बड़ी वाली इंटेस्टाइन में शुरू होता है। इसके बाद कैंसर की स्टेज बढ़ती हैं।
हर नई स्टेज के साथ ये शरीर के दूसरे हिस्सों में भी फैलने लगता है। कई मामलों में ये कैंसर जेनेटिक कारणों से भी हो सकता है। ऐसे में इसके लक्षणों को ध्यान में रखना चाहिए। रिसर्च में कहा गया है कि मोटे लोगों को कोलन कैंसर का खतरा ज्यादा हो सकता है। रिसर्च में पाया गया है कि मोटापे की वजह से कई लाइफस्टाइल डिजीज हो जाती हैं, जो सीधे तौर पर कोलन कैंसर के लिए भी जिम्मेदार हैं।
खराब डाइट का भी रोल
इस कैंसर के फैलने में खराब डाइट का भी रोल है, जो लोग डाइट में ज्यादा जंक फूड खाते हैं उन्हें कोलन कैंसर होने का रिस्क तीन गुना ज्यादा होता है। दूसरी तरफ डाइट में फाइबर लेने वालों में इस कैंसर का खतरा अन्य लोगों की तुलना में कम होता है। साथ ही ड्राई फ्रूट्स का सेवन भी इस कैंसर से बचाव करता है।
हर साल बढ़ रहे मामले
कैंसर सर्जन बताते हैं कि देश में कोलन कैंसर के केस में इजाफा हो रहा है। युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। खराब फूड्स का सेवन इस कैंसर का बड़ा कारण हैं। अब हर आयु वर्ग में इस डिजीज के होने का रिस्क बढ़ता जा रहा है। ऐसे में भोजन का पैटर्न ठीक करने की जरूरत है। नहीं तो आने वाले समय में कोलन कैंसर भी काफी बड़ी समस्या बन सकता है।
ये होते हैं कोलन कैंसर के लक्षण
पेट में दर्द जो तीन सप्ताह तक बना रहे। बिना किसी कारण के वजन हर महीने घटना। कब्ज और पेट खराब की शिकायत। शरीर में खून की कमी होना। स्टूल का काला रंग। भूख कम लगना। पेट में खिचाव महसूस होना। पेट में अचानक से दर्द उठना।
Note :- इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।