Medical Mike Desk : अकसर कई लोगों को खाने के बाद सीने में जलन हो जाती है। इससे लोग गैस का दर्द समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। मेडिकल की भाषा में इस समस्या को हार्ट बर्न कहा जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि हार्ट बर्न की इस परेशानी को हल्के में नहीं लेना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि हार्ट बर्न की वजह से सीने में होने वाला दर्द कई बार हार्ट अटैक का भी लक्षण होता है। ऐसे में इस परेशानी के होने पर तुरंत डॉक्टरों से सलाह लेकर इलाज कराना चाहिए।
इसके लिए हार्ट बर्न और हार्ट अटैक के लक्षणों की जानकारी होना जरूरी है। डॉक्टर बताते हैं कि हार्ट की आर्टरीज में ब्लॉकेज होने की वजह से दिल का दौरा पड़ता है। कई मामलों में हार्ट अचानक काम करना बंद कर देता है। इससे कार्डियक अरेस्ट कहा जाता है। हार्ट अटैक और हार्ट बर्न के लक्षणों की पहचान जरूरी है।
क्या है हार्ट बर्न
खाने के बाद कुछ लोगों को एसिड रिफ्लैक्स हो सकता है। इससे भोजन वापस नली में प्रवेश कर जाता है। हार्ट बर्न की वजह से जलन और छाती में दर्द होता है। इसको गैस का दर्द भी माना जाता है, लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है कि छाती में जलन या दर्द केवल एसिड रिफ्लैक्स से ही होता है। कई मामलों में सीने में दर्द हार्ट अटैक का लक्षण होता है। अगर समय पर इसकी पहचान न करें तो दिल का दौरा पड़ जाता है, जिससे मौत होने की आशंका रहती है।
हार्ट अटैक और हार्ट बर्न को ऐसे पहचानें
अकसर हार्ट बर्न खाने के बाद होता है। हार्ट बर्न वाला दर्द खाने के बाद ज्यादा होता है, लेकिन हार्ट अटैक की वजह से सीने में दर्द किसी भी समय हो सकता है। हार्ट अटैक वाला दर्द सुबह के समय ज्यादा होता है। हार्ट अटैक के दौरान न तो डकार आती है और न ही पेट में दर्द होता है। साथ ही उल्टी आने के मामले भी कम हो होते हैं, लेकिन हार्ट बर्न के दौरान ये तीनों परेशानियां हो सकती हैं। अगर सीने में दर्द के साथ पसीना आ रहा है, साथ ही सांस लेने में परेशानी है तो तुरंत अस्पताल जाएं। ये परेशानी हार्ट बर्न नहीं बल्कि हार्ट अटैक के कारण होती है। ऐसे में तुरंत लक्षण की पहचान कर इलाज कराएं।
Note :- इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।