क्या अंडा खाने से बढ़ता है शुगर लेवल, हो जाता है कैंसर तक ?

Medical Mike Desk : संडे हो या मंडे, रोज खाओ अंडे, देश में कुपोषण की स्थिति से निपटने के लिए केंद्र सरकार का ये स्लोगन रहा है। हेल्थ एक्सपर्ट भी पोषण की दृष्टि से अंडा खाना सही मानते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि अंडे की तासीर कुछ गर्म होती है, इसलिए गर्मियों में अधिक अंडा नहीं खाना चाहिए। मगर सर्दियों में इसे डेली डाइट के रूप में शामिल किया जा सकता है। लेकिन इसके अलावा अंडे के फायदे और नुकसान पर भी एक्सपर्ट चर्चा करते हैं। अंडे के नुकसान को लेकर डायटिशियन के बीच कुछ चर्चाएं रहती हैं। जानने की कोशिश करते हैं कि क्या अंडा सही में दिल के लिए हानिकारक है। कैंसर कारक या ब्लड शुगर लेवल बढ़ा देता है?

कैंसर होने का कोई प्रमाण नहीं

ऐसी चर्चाएं रहती हैं कि अंडा अधिक खाने से कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन अभी तक ऐसी कोई रिसर्च, स्टडी सामने नहीं आई है, जिससे ये साबित हो सके कि अंडा कैंसर कारक हो सकता है। हालांकि अंडे का गुण ये जरूर है कि ये कोशिकाओं में होने वाली क्षति को बहुतत कम करता है। महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को भी कम करता है।

तो क्या हार्ट के लिए हानिकारक है?

हाई कोलेस्ट्रॉल होने के कारण ये हार्ट के लिए हानिकारक है। ऐसी भी चर्चाएं रहती हें। मगर अध्ययन में सामने आया है कि डाइटरी कोलेस्ट्रॉल खून में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता नहीं है इसके अलावा अंडे की जर्दी में मौजूद फैट, एलडीएल और एचडीएल दोनों कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है। यह दिल के लिए हानिकारक नहीं माना जाता है। हालांकि तले हुए अंडों के सेवन से बचना चाहिए।

डायबिटीज पेशेंट खाएं या नहीं?

डायबिटीज के मरीजों को भी अंडों को लेकर अलग अलग सलाह मिलती है। कुछ डॉक्टर और कुछ नहीं खाने की सलाह देते हैं, जबकि स्टडी में सामने आया है कि डायबिटीज पेशेंट यदि सीमित मात्रा में अंडे का सेवन कर रहा है तो इसका नुकसान नहीं होता है। ये शुगर नियंत्रित करने का काम भी करता है।

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अंडे से नहीं आता मोटापा

कुछ लोग मानते हैं कि अंडा खाने से वजन बढ़ता है, मगर सच कुछ और है। कई शोध में सामने आया है कि अंडा बॉडी का मेटाबॉलिज्म सुधारने का काम करता है। अंडा खाने के बाद पेट कई घंटे तक भरा हुआ रहता है। इससे भूख कम लगती है। मोटापा नहीं होता है।

Note :- इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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