पानी और ब्लड प्रेशर का भी है खास कनेक्शन, इसे कंट्रोल में रखने के लिए ये रूल फॉलो करें

Medical Mike Desk : नमक अधिक खाना या नींद पूरी ना लेना जैसे कई कारण हैं, जो हाई बीपी का मरीज बना देते हैं। लेकिन पानी कम पीना भी ब्लड प्रेशर हाई रहने की वजह बन सकता है, ये बात बहुत हैरान करती है। क्योंकि हाई ब्लड प्रेशर की चपेट में अब दुनिया की एक बड़ी आबादी आ चुकी है। खासतौर पर कोरोना के बाद तो युवाओं में हाई बीपी की समस्या बहुत अधिक देखने को मिल रही है। पानी और ब्लड प्रेशर के बीच क्या संबंध है, इस बारे में आपको जरूर पता होना चाहिए।

क्या पानी और हाई ब्लड प्रेशर का कोई संबंध है?

कम पानी पीना या सही मात्रा में पानी पीना, किस हद तक हाई ब्लड प्रेशर या हार्ट हेल्थ से लिंक है, इस बारे में आप सीधे तौर पर इस तरह समझ सकते हैं कि हमारे हार्ट का 73 प्रतिशत हिस्सा लिक्विड से बना है। ऐसे में जब हमारे शरीर में पानी की कमी होती है तो जरूरी मिनरल्स और सॉल्ट्स की कमी भी हो जाती है, जो हार्ट की हेल्थ पर बुरा असर डालते हैं। साथ में हाइड्रेशन की कमी के चलते ब्लड वेसल्स अच्छे तरीके से ब्लड के फ्लो को बनाकर नहीं रख पाती हैं।

कम पानी पीने का असर

जब आप शरीर की जरूरत के हिसाब से सही मात्रा में पानी नहीं पीते हैं तो शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिससे ब्लड में सोडियम का स्तर बढ़ जाता है और इसके बढ़ते ही ब्लड प्रेशर हाई होने लगता है। आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि जिनका ब्लड प्रेशर हाई रहता है, उन्हें नमक कम खाने की सलाह दी जाती है, जिसकी एक बड़ी वजह यही है कि उनके ब्लड में पहले से ही सोडियम की मात्रा अधिक होती है।

हार्ट डिजीज की बड़ी वजह

सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन के अनुसार, सही मात्रा में पानी ना पीना इस बात का एक बड़ा कारण है कि हर साल लोग बड़ी मात्रा में हार्ट डिजीज के कारण अपनी जान गंवा बैठते हैं। क्योंकि हाई बीपी जिसे हाइपरटेंशन भी कहा जाता है, होने की एक बड़ी वजह शरीर में हाइड्रेशन की कमी होती है, इसलिए पानी और हार्ट हेल्थ के साथ ही हाई ब्लड प्रेशर ये तीनों आपस में एक-दूसरे से जुड़े हैं।

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क्या पानी पीते ही ब्लड प्रेशर कम हो जाता है?

ऐसा बिल्कुल नहीं है कि आप पानी पिएंगे और आपका हाई बीपी तुरंत से नॉर्मल हो जाएगा। खुद को हाइड्रेट रखना और हर दिन पर्याप्त मात्रा में पानी पीना लॉन्ग टर्म में शरीर पर असर दिखाता है और और बीपी को सही बनाए रखने में मदद करता है। साथ ही जो लोग हाई बीपी के पेशेंट नहीं हैं, उन्हें इससे बचाए रखने में मदद करता है।

Note :- इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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