Medical Mike Desk : नीम के स्वाद से तो हम सब वाकिफ हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि नीम का सेवन सेहत को कितने मीठे लाभ पहुंचा सकता है। जी हां आयुर्वेदिक और पारंपरिक चिकित्सा के अलावा कई शोध के दौरान वैज्ञानिकों ने इस औषधि को सेहत को लिए बेहद फयादेमंद माना है। भारतीय वेदों में नीम का नाम सर्व रोग निवराणी रखा गया है जिसका अर्थ होता है सभी बीमारियों को रोकने वाला। नीम का पेड़ जहां कहीं भी रहता है ये अपने आसपास के माहौल को शुद्ध बनाए रखता है। इसकी पत्तियां, टहनियां, छाल कई बीमारियों को दूर करने में दवा का काम करती हैं।
शरीर को डिटॉक्सिफाई करे
नीम में anti-inflammatory एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज पाई जाती है इसके अलावा विटामिन सी का भी बेहतरीन स्रोत है। इसके सेवन से शरीर से टॉक्सिंस को बाहर निकालने में मदद मिलती है। ये खून को साफ करता है और ब्लड सरकुलेशन को बढ़ावा देता है। जब शरीर डिटॉक्सिफाई होता है तो त्वचा पर इसका साफ असर नजर आता है।
इम्यूनिटी बूस्ट करे
नीम में मौजूद एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल और एंटीवायरल प्रॉपर्टीज संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया से लड़ते हैं और वायरल सर्दी खासी से लड़ने के लिए शरीर को तैयार करते हैं। यानी नीम की पत्तियों से इम्यूनिटी बूस्ट होती है।
पाचन
पाचन से जुड़ी समस्या में भी नीम की पत्तियां फायदेमंद है। नीम की तासीर ठंडी होती है और यह एसिडिटी सीने में जलन और पाचन को सुधारने में काफी प्रभावी औषधि मानी जाती है। नीम की पत्तियां पाचन तंत्र से हानिकारक विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल कर पेट से जुड़ी समस्याओं को ठीक करने में मददगार हैं।
घाव ठीक करने में मददगार
नीम में एटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं। अगर आप फोड़े और फुसियों की समस्या से बचना चाहते हैं तो नीम के पत्ते, छाल और फलों को बराबर मात्रा में पीस लें औऱ इस पेस्ट को त्वचा पर लगाएं। इससे फोड़े-फुंसियां और घाव जल्दी ठीक हो जाते हैं।
डायबिटीज
डायबिटीज की समस्या में भी नीम का सेवन कमाल कर सकता है। एक अध्ययन से पता चला है कि खाली पेट रोजाना नीम की पत्तियों का सेवन करने से डायबिटीज रोगी इंसुलिन की जरूरत को 50 फ़ीसदी तक कम कर सकते हैं।
दांतों की सड़न रोकने में मददगार
नीम की पत्तियां चिबाने से मुंह की सफाई होती है। मसूड़ों में होने वाले संक्रमण और दांतों की सड़न को रोकने में भी नीम की पत्तियां मददगार मानी जाती है।यही वजह है कि दांतों की समस्या में लोग नीम के दातून का प्रयोग करते हैं।