भारत में 79 फीसदी बढ़े कोरोना के केस, IMA ने माना- 3 वजहों से फैल रहा वायरस

Medical Mike Desk : भारत में कोरोना वायरस का कहर हर दिन बढ़ता जा रहा है। पिछले कुछ दिनों में कोरोना के 36,000 से अधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं। कोरोना के मामलों की संख्या में 79 फीसदी इजाफा हुआ है, जो लगभग सात महीनों में सबसे ज्यादा है। सबसे अधिक मामले केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली और हरियाणा में से सामने आए हैं। देश में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या 32814 हो गई है और मरने वालों की संख्या बढ़कर 5,30,965 जा पहुंची है।

कोरोना की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए कोरोना की नई लहर की आशंका जताई जा रही है। इसकी बड़ी वजह ओमीक्रोन के नए सब-वेरिएंट XXB.1.16 को माना जा रहा है। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कोरोना के तेजी से प्रसारित होने और इससे बचने के उपाय साझा किये हैं। संगठन ने बताया है कि अधिकतर मामले 60 से अधिक उम्र के लोगों और डायबिटीज जैसी पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोगों में देखने को मिले हैं।

कोरोना के नए मामले बढ़ने के कारण

लोग कोरोना से जुड़े नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, जिसकी वजह से नए मामले बढ़ने लगे। लक्षणों वाले लोग कोरोना की जांच नहीं करा रहे हैं जिससे वायरस को तेजी से प्रसारित होने का अवसर मिल गया। कोरोना के नए सब-वेरिएंट XXB.1.16 में तेजी से फैलने की क्षमता है, जिस वजह से नए मामले बढ़ रहे हैं।

लक्षण दिखते ही जांच कराएं

बुखार, खांसी, गले में खराश, सिरदर्द, बदन दर्द और सूंघने की क्षमता कम होना और सांस में कमी जैसी समस्याएं महसूस होने पर तुरंत कोरोना की जांच कराएं।

मुंह पर हाथ रखकर छीकें और हाथों को धोएं

छींकते या खांसते समय मुंह को कोहनी या टिश्यू से कवर करें। अपने हाथों को साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक धोएं और अल्कोहल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।

मास्क पहनें और भीड़ से बचें

नए वेरिएंट में तेजी से फैलनी की क्षमता है इसलिए मास्क लगाने की आदत को दोबारा अपनाना शुरू कर दें, इसके अलावा भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।

1 मीटर की दूरी है जरूरी

IMA ने सलाह दी है कि वायरस को फैलने से रोकने के लिए कम से कम एक मीटर की दूरी रखें, फिलहाल किसिंग, हगिंग और शेकिंग हैंड से बचें। इनके अलावा कमरे का वेंटिलेशन बेहतर बनाकर रखें।

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बूस्टर डोज लगवाएं

संस्था ने सलाह दी है कि कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन और बूस्टर डोज लगवाना जरूरी है। इसके अलावा किसी सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से बचें। संस्था ने यह भी कहा है कि कोरोना के इलाज में एंटीबायोटिक की कोई भूमिका नहीं है।

Note :- इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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