दूध को जल्दी-जल्दी उबालना सेहत के लिए खतरनाक ! जानिए

Medical Mike Desk : सोमवार का दिन बड़ा ही जल्दबाजी भरा होता है। क्योंकि कई खास काम इस दिन के लिए रखे जाते हैं। भले ही आपको ऑफिस जाने की जल्दी हो, लेकिन कभी-भी दूध को जल्दबाजी में उबालकर नहीं पीना चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं तो आज से ही ये काम करना बंद कर दें। क्योंकि दूध को जल्दी उबालने की आपकी कोशिश इसके पोषक मूल्य को कम कर सकती है।

दूध को जल्दी उबालने से इसमें मौजूद नेचुरल शुगर जल जाता है और व्हे प्रोटीन फट सकता है। इतना ही नहीं, जल्दी उबालने की वजह से दूध जलकर बर्तन से चिपक सकता है। तेज आंच पर दूध उबालने से इसमें झाग बनती है, जो इसे चारों तरफ फैला देती है और तो और आपका चूल्हा भी गंदा हो सकता है। इसलिए दूध को मीडियम आंच पर गर्म करना सबसे अच्छा ऑप्शन है। अगर ये ऊपर आकर गिरने को हो, तो किसी चम्मच से चलाकर इसे बहने से रोक दें।

दूध को जल्दी उबालने के नुकसान

दूध को जल्दी उबालने पर उसमें मौजूद पानी इवैपरेट यानी वाष्पित होने लगता है और फैट, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट जैसे पोषत तत्व इससे अलग होने लगते हैं। दूध को धीरे-धीरे गर्म होने देने से इसमें मौजूद पानी नहीं जलता और ना ही कार्ब्स, फैट और प्रोटीन का नुकसान होता है। हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, किसी भी भोजन को तेज आंच पर पकाने से उसमें मौजूद जरूरी पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। चूंकि दूध कई जरूरी पोषक तत्वों का खजाना होता है, इसलिए इसको उबालते वक्त सावधानियां बरती जानी चाहिए।

ओवर बोइलिंग से बचें

दूध को उबालने से कच्चे दूध में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया और बाकी रोगजनकों को मारने में सहायता मिलती है। दूध को ना तो जल्दी उबाला जाना चाहिए और ना ही इसे ज्यादा देर तक गर्म करना चाहिए। जब आप पैन के किनारों दूध के बुलबुले उठते देखें तो गैस बंद कर दें और ओवर बोइलिंग न करें। दूध को जितना ज्यादा गर्म किया जाता है, प्रोटीन के नष्ट होने की संभावना भी उतनी ही ज्यादा होती है। सिर्फ इतना ही नहीं दूध का टेस्ट और कलर भी ज्यादा आंच पर पकाने से बदल जाता है।

Note :- इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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