H3N2 वायरस गर्भवती महिलाओं की बढ़ा सकता है मुश्किल, इन लक्षणों पर दें ध्यान

Medical Mike Desk : इन्फ्लूएंजा के H3N2 वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। वायरस की वजह से अबतक तीन मरीजों की मौत भी हो चुकी है। छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी इससे संक्रमित हो रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि प्रेगनेंट महिलाओं को इन्फ्लूएंजा से खतरा हो सकता है। ऐसे में उन्हें विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि इस वायरस के महिलाओं में क्या लक्षण दिखते हैं और इससे बचाव कैसे किया जा सकता है।

गायनेकोलॉजिस्ट ने कहा कि इन्फ्लूएंजा या किसी भी प्रकार के वायरस के गर्भवती महिलाओं को खतरा रहता ही है। अगर किसी गर्भवती महिला को एच3एन2 का संक्रमण होता है तो इससे बच्चे को भी नुकसान पहुंचने की आशंका रहती है। संक्रमण की वजह से अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ सकती है। इस वायरस की वजह से महिलाओं को निमोनिया गोने का भी खतरा रहता है, जो कुछ मामलों में जानलेवा साबित हो सकता है, हालांकि सभी मामलों में ऐसा नहीं होता है, लेकिन अगर किसी प्रेगनेंट महिला को पहले से कोई बीमारी है तो उन्हें अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है।

मिसकैरेज का भी खतरा

अगर किसी गर्भवती महिला को आखिरी दो महीने में इन्फ्लूंजा का वायरस हो जाता है तो इससे मिसकैरेज का खतरा भी रहता है। वायरस का असर बच्चे की सेहत पर भी पड़ सकता है। इससे उसकी हेल्थ भी खराब होने का खतरा रहता है। इसलिए अगर किसी गर्भवती महिला को खांसी-जुकाम या बुखार है और दिन दिन से ज्यादा समय तक ये लक्षण बने हुए हैं तो तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। समय पर इलाज से फ्लू से होने वाले किसी गंभीर स्थिति और निमोनिया से भी बचाव किया जा सकता है।

प्रेगनेंट महिलाओं में ये हैं इन्फ्लूएंजा के लक्षण

खांसी-जुकाम जो तीन दिन तक ठीक न हो, गले में दर्द के साथ खराश, भूख में कमी, सिरदर्द और बदन दर्द।

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ऐसे करें बचाव

बाहर जाते समय मास्क लगाएं। डॉक्टर से नियमित रूप से चेकअप कराएं। हाथों को धोकर ही भोजन करें। घर में किसी को खांसी-जुकाम है तो उससे दूरी बनाकर रखें। बुखार होने पर खुद से दवा न लें। डॉक्टर की सलाह से फ्लू वैक्सीन लगवाएं। स्ट्रीट फूड खाने से परहेज करें।

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