H3N2 वायरस ने दिखाया भयंकर रूप, हुई पहली मौत

Medical Mike Desk : कितना खतरनाक हो साबित हो सकता है, इसका अभी तक सिर्फ अंदाजा लगाया जा रहा था। लेकिन, इसने अपना भयंकर रूप दिखाना शुरू कर दिया है। इस इंफ्लुएंजा वायरस की वजह से भारत में पहली मौत की पुष्टि कर दी गई है। कर्नाटक में एच3एन2 वायरस की वजह से पहली मौत हो चुकी है। मृत व्यक्ति की पहचान 87 वर्षीय व्यक्ति के रूप में की गई है, जिसे 24 फरवरी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।

मरीज में दिखे थे 3 लक्षण

मरीज को पहले से ही हाइपरटेंशन, अस्थमा और एक्यूट किडनी इंजरी की दिक्कत थी और उनकी मौत के दो दिन बाद तीन मार्च को लैब रिजल्ट में H3N2 वायरस की पुष्टि की गई। रिपोर्ट के मुताबिक, मरीज को बुखार, खांसी और सांस फूलने की समस्या हो रही थी।

H3N2 Virus क्या है?

H3N2 वायरस इंफ्लुएंजा ए के H1N1 का म्यूटेट हुआ वैरिएंट है, जो कि किसी भी उम्र के व्यक्ति और साल के किसी भी समय शिकार बना सकता है। सीडीसी के मुताबिक, इसके लक्षण किसी भी अन्य सीजनल फ्लू की तरह हो सकते हैं, जिसमें खांसी, नाक बहना, जी मिचलाना, शारीरिक दर्द, उल्टी व डायरिया आदि शामिल हो सकते हैं।

कैसे फैलता है H3N2 Virus?

इंफ्लुएंजा का H3N2 स्ट्रेन सूअर से इंसानों और इंसानों से सूअर में फैल सकता है। यह मुख्यत: खांसी व छींकने के दौरान निकलने वाली बूंदों से दूसरे व्यक्ति को चपेट में लेता है। यह वायरस किसी संक्रमित सतह या मल-मूत्र के संपर्क में आने से भी फैल सकता है।

बच्चों को एडेनोवायरस और H3N2 का खतरा

डॉ. के मुताबिक, आजकल एडेनोवायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जो कि एक डीएनए वायरस है। यह खासतौर से बच्चों को अपनी चपेट में लेता है और H3N2 के साथ मिलकर गंभीर लक्षण पैदा कर सकता है। इसलिए इन दोनों वायरस से बचाव के तरीके जरूर अपनाएं।

यह भी देखें

वायरस से बचने के लिए क्या करें?

किसी बीमारी व्यक्ति से मिलने या वायरस के प्रकोप से जूझ रही जगह पर ना जाएं। बाहर जाने पर मास्क का उपयोग करें। हाथों की साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें। बीमार होने पर खुद को आइसोलेट करने की कोशिश करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *