Medical Mike Desk : भारत में ज्यादातर लोग दूध के साथ दवाई लेते हैं। कुछ लोग जूस और सॉफ्ट ड्रिंक के साथ भी दवाई लेते हैं। लेकिन क्या ऐसा करना सही है। क्या सभी प्रकार की दवाईयां दूध के साथ ली जा सकती हैं। दरअसल, दूध में कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है ऐसे में ये कैल्शियम कई दवाईयों के प्रभाव को कम कर देता है। आखिर किन दवाईयों के साथ दूध का प्रयोग नहीं कर सकते हैं।
दवाई खाने के लिए दूध का प्रयोग करना चाहिए?
भारत में ज्यादातर लोग आपको दवाई दूध के साथ लेते दिखाई देंगे, खासतौर से बुजुर्ग लोग ऐसा ज्यादा करते हैं। लेकिन क्या ये सही है। रिपोर्ट में कहा है कि दूध जैसे पेय पदार्थ दवा के असर को कम कर सकते हैं। दरअसल, दूध में कैल्शिसयम होता है जो दवा में मौजूद ड्रग को खून में मिलने से रोक सकता है। इसलिए दवा का असर कम हो सकता है। यही वजह है कि ज्यादातर डॉक्टर आपको सलाह देते हैं कि दूध के साथ दवा ना खाएं।
कौन सी दवा दूध के साथ नहीं लेनी चाहिए
ऐसे तो कोई भी दवा दूध के साथ लेना ठीक नहीं है, लेकिन एंटीबायोटिक दवाएं इनमें सबसे ऊपर आती हैं। अगर आप एंटीबायोटिक दवाएं ले रहे हैं तो भूल कर भी इन्हें दूध के साथ ना लें। दूध या किसी भी अन्य डेयरी प्रोडक्ट के साथ अगर आप एंटीबायोटिक दवा लेते हैं तो इससे दवा का असर कम हो जाता है। कई इससे आपके पेट में समस्या भी उत्पन्न हो सकती है।
क्या जूस के साथ दवा ले सकते हैं?
जूस के साथ दवा लेना आपके लिए फायदेमंद नहीं रहेगा। जूस हमारे शरीर में जैसे ही पहुंचता है वो ऐसे एंजाइम पर रोक लगा देता है जो दवा को शरीर में घुलने में मदद करते हैं। इससे आपके दवा का असर भी कम हो सकता है। इसलिए जब भी आप दवा खाएं तो उसे एक गिलास पानी के साथ ही लें। दूध और जूस के साथ दवा लेने से आपको बचना चाहिए।
Note :- इस लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।