Medical Mike Desk : डायबिटीज के मरीजों को अपनी डाइट का सेलेक्शन करने में काफी सावधानी बरतनी पड़ती है, साथ ही वो डॉक्टर्स की राय भी लेते रहते हैं। अगर वो जरा सी लापरवाही करेंगे तो इससे उनका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। आपने अक्सर गौर किया होगा कि जो लोग मधुमेह का शिकार उन्हें उन्हें हार्ट अटैक और किडनी डिजीज का डर बना रहता है। अगर हम एक गुलाबी फल का सेवन नियमित तौर से करेंगे तो ग्लूकोज लेवल मेंटेन करने में दिक्कत नहीं आएगी।
इस फल से मिलेगी
हम बात कर रहे हैं ड्रैगन फ्रूट की, जो मार्केट में तो काफी महंगा मिलता है, लेकिन सेहत के लिए ये किसी औषधि से कम नहीं है। इसकी 100 ग्राम मात्रा में 60 ग्राम हेल्दी कैलोरी, 1।2 ग्राम प्रोटीन, जीरो फैट, 13 ग्राम कार्ब्स, तीन ग्राम फाइबर पाया जाता है, साथ ही इससे शरीर को विटामिन सी, आयरन और मैग्नीशियम भी हासिल होता है। ड्रैगन फ्रूट वैसे तो मूल रूप से दक्षिणी मैक्सिको और सेंट्रेल अमेरिकी देशों का फल है, लेकिन आज ये पूरी दुनिया में मिलता है। ये बाहर से दिखने में गुलाबी रंग का होता है, लेकिन इसका गुदा सफेद या मैजेंटा होता है। डायबिटीज के मरीजों को इसे डेली डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।
ब्लड शुगर लेवल कैसे कम करता है ड्रैगन फ्रूट?
ड्रैगन फ्रूट कैक्टस स्पीशीज का पौधा है, कई जानवरों पर की गई रिसर्च के मुताबिक ये फल एंटी-डायबेटिक इफेक्ट पैदा करता है, जिससे न सिर्फ ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल हो जाता है, बल्कि इससे मोटापे पर भी लगाम लगाई जा सकती है। ये प्रीडायबिटीज और टाइप-2 डायबिटीज दोनों के मरीजों को फायदा पहुंचाता है।
एक बार किसी इंसान को डायबिटीज हो जाए तो उन्हें हार्ट अटैक, कोरोनरी आर्टरी डिजीज, ट्रिपल वैसेल डिजीज जैसी कार्डियोवस्कुलर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, कई बार तो मरीज की जान भी चली जाती है। इससे बचने के लिए आप ड्रैगन फ्रूट जरूर खाएं क्योंकि इसमें फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।