Medical Mike Desk : बिहार के सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने वाले मरीजों को अब गंभीर बिमारियों की भी दवाएं मिलेंगी। अब कैंसर और किडनी की बिमारियों की दवाएं भी बाहर से नहीं खरीदनी होगी बल्कि सरकारी अस्पतालों में ही ये उपलब्ध रहेगा। इसके साथ ही बीपी और सुगर जैसी गंभीर बिमारियों की दवाइयों के भी प्रकार बढ़ाए जाएंगे। अब 300 तरह की दवाइयों का और इजाफा अस्पतालों में कराया जाएगा।
मिलेंगी अधिक तरह की दवाएं मुफ्त
मीडिया रिपोर्ट केअनुसार, बिहार के अस्पतालों में कैंसर, किडनी, मनोरोग और डायलिसिस जैसी गंभीर बिमारियों का इलाज कराने के दौरान अब दवाएं भी नि:शुल्क ले सकेंगे। कई और बिमारियों की दवाइयों को मुफ्त में मुहैया कराने की व्यवस्था में सरकार जुटी है। नई दवाओं की सूची में मानसिक रोगियों के लिए 144 तरह की दवाइयां रहेंगी।
कुल 611 तरह की दवाएं अब मुफ्त
रिपोर्ट के मुताबिक, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की एक कोर कमिटी ने मुफ्त मिल रही दवाइयों पर मंथन किया था। इस दौरान कई ऐसी दवाइयों जिनकी खपत कम है उनपर भी विचार किया गया और कुछ ऐसी दवाइयां जो लोगों के लिए बेहद जरुरी है पर सूची में नहीं है, उन्हें जोड़ा गया। अब नई सूची में 387 की जगह कुल 611 तरह की दवाएं रहेंगी। इससे जुड़ा एकसंकल्प स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने जारी भी किया है।
जानिये कौन सी दवाएं मिलेगी मुफ्त
महिलाओं और बच्चों की बीमारी से जुड़ी दवाइयों पर विशेष मंथन हुआ। बिहार में शिशु मृत्यु दर और मातृत्व दर अधिक है। इसे देखते हुए दोनों से संबंधितदवाओं को अधिक शामिल किया गया। कैंसर, किडनी रोग, थैलीसीमिया और बच्चों में जन्मजात होने वाली बिमारियों से जुड़ी दवाइयों व अन्य कई गंभीर रोगों की दवाइयां अब नई सूची में है। एनइएलएम के तहत 700 तरह की दवाओं को केंद्र सरकार ने शामिल किया है। जिनमें 622 तरह की दवाएं बिहार में मुफ्त मिलेगी। इससे मरीजों को काफी राहत मिलेगी और अधिक खर्चों से वो बच सकेंगे।